SC-ST रिजर्वेशन बिहार विधान परिषद से भी हुआ पास

सीएम नीतीश कुमार ने संसदीय व्यवस्था में एससी-एसटी आरक्षण को 10 साल बढ़ाने का प्रस्ताव पेश किया, जिसपर सभी दल के नेताओं ने अपनी बात रखी

Update: 2020-01-13 11:31 GMT

पटना। बिहार विधानमंडल के विशेष सत्र के दौरान एससी-एसटी रिजर्वेशन एक्ट पर बिहार विधान परिषद ने भी मुहर लगा दी है। ध्वनि मल से ये रिजर्वेशन बिल पास हो गया है। बिल पास के होने के साथ ही सदन का कार्यवाही अनिश्चित काल के स्थगित कर दी गयी। सबसे पहले सदन में कमल सिंह डुमरांव, मुनिलाल, अजित कुमार सिंह और कौशलेंद्र प्रसाद शाही को श्रद्धांजलि दी गयी। इसके तुरंत बाद एससी-एसटी रिजर्वेशन एक्ट पेश किया गया जिसपर सदन ने ध्वनिमत से मुहर लगा दी।

बिहार विधान परिषद की कार्यवाही शुरु होने के पहले सदन के बाहर विपक्ष ने प्रदर्शन किया।आरजेडी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्व समेत तमाम नेताओं ने हाथ में पोस्टर लेकर सदन के गेट पर प्रदर्शन किया। यहां भी उन्होनें सीएए-एनआरसी का विरोध किया। इससे पहले बिहार विधानमंडल का एक दिवसीय विशेष सत्र के दौरान बिहार विधान सभा में विपक्ष के सीएए और एनआरसी को लेकर हंगामे के बीच सदन में एससी एसटी को संसदीय व्यवसथा में दस साल के लिए आरक्षण दिए जाने के विधेयक को मंजूरी दे दी गई।

सीएम नीतीश कुमार ने संसदीय व्यवस्था में एससी-एसटी आरक्षण को 10 साल बढ़ाने का प्रस्ताव पेश किया, जिसपर सभी दल के नेताओं ने अपनी बात रखी और फिर इस विधेयक को सदन में मंजूरी दे दी गई। इसके बाद सीएम ने कहा कि CAA पर भी हम विशेष रूप से चर्चा करेंगे।सीएम ने इस बिल पर समर्थन के लिए सबको धन्यवाद दिया।


Tags:    

Similar News