बिहार में स्कूल हॉलिडे का कैलेंडर आया सामने, महाशिवरात्रि, जमाष्टमी पर छुट्टी हुई घोषित, देखिए सरकारी दोनों कलेंडर
School holiday calendar revealed in Bihar, holiday declared on Mahashivratri, Jamashtami, see both government calendars
बिहार के सरकारी स्कूलों में छुट्टियों को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है. इसी बीच शिक्षा विभाग की ओर से जारी किया गया एक और कैलेंडर सामने आया है. असल में, शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में छुट्टियों का दो कैलेंडर जारी किया है. उर्दू स्कूलों के लिए अलग कैलेंडर जबकि गैर उर्दू स्कूलों के लिए अलग छुट्टियों का कैलेंडर बनाया गया है. इस प्रकरण के एक दिन पहले छुट्टियों का सिर्फ एक कैलेंडर सामने आया था और अब दूसरा कैलेंडर भी सामने आ गया है.
पहली बार जारी किए गए दो कैलेंडर
असल में सरकार ने गैर उर्दू स्कूलों के लिए अलग से कैलेंडर जारी किया है. ऐसा पहली बार है कि शिक्षा विभाग ने उर्दू स्कूलों के लिए अलग से कैलेंडर जारी किया है. दूसरे कैलेंडर में मुस्लिम त्योहारों में छुट्टियों की तादाद कम की गई है.
बता दें कि शिक्षा विभाग ने पहली बार गैर उर्दू स्कूलों और उर्दू स्कूलों के लिए अलग–अलग कैलेंडर जारी किया है. इसके पहले शिक्षा विभाग की तरफ से एक ही कैलेंडर जारी किया जाता था.
दूसरा कलेंडर हुआ जारी
अलग-अलग कैलेंडर में अलग-अलग छुट्टियां
केवल उर्दू स्कूलों में शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश होता था. लेकिन अब दो अलग–अलग कैलेंडर में अलग–अलग छुट्टियों का प्रावधान सामने आया है. उर्दू स्कूलों में ईद की छुट्टी तीन दिनों की जबकि गैर उर्दू स्कूलों में एक दिन की छुट्टी की गई है. वहीं, बकरीद पर उर्दू स्कूलों में तीन दिनों की जबकि गैर उर्दू स्कूलों में एक दिन की छुट्टी की गई है.
गैर उर्दू स्कूलों में महाशिवरात्रि, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, जानकी नवमी की छुट्टी होगी जबकि उर्दू स्कूलों में ये छुट्टियां नहीं होंगी. उर्दू और गैर उर्दू दोनों स्कूलों में चेहल्लुम पर एक दिन की छुट्टी रखी गई है.
छठ पूजा में दोनों कैलेंडरों में एक जैसी छुट्टी
उर्दू स्कूलों में मुहर्रम पर दो दिन और गैर उर्दू में एक दिन की छुट्टी होगी. छठ पूजा पर दोनों कैलेंडर में तीन दिन की छुट्टी शामिल की गई है. गैर उर्दू स्कूलों में रक्षाबंधन, तीज और जिउतिया की कोई छुट्टी नहीं होगी, इन छुट्टियों की कटौती की गई है. 27 नवंबर के तारीख में ही दोनों कैलेंडर को जारी किया गया है.
पहला कैलेंडर जारी करते ही सरकार निशाने पर आई थी
दरअसल, इसके पहले जब बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने जब एक ही कैलेंडर जारी किया था तो सरकार निशाने पर आ गई थी. बीजेपी प्रवक्ता डॉक्टर अजय आलोक ने कहा था कि नीतीश कुमार बिहार को इस्लामिक स्टेट घोषित कर दें. उन्होंने नीतीश सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूल के लिए छुट्टियों के कैलेंडर में इसकी झलक दिख रही है. हिंदुओं के त्यौहार पर छुट्टियां रद्द कर दी गईं और ईद पर तीन दिन का अवकाश घोषित कर दिया गया. डॉक्टर अजय आलोक ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार पहले ही दुर्गा पूजा की छुट्टियों में कटौती कर चुकी है. उन्होंने ये भी कहा कि नीतीश कुमार बिहार को इस्लामिक स्टेट घोषित कर दें, यही बेहतर होगा.
गिरिराज सिंह ने भी सरकार को घेरा
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट कर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार को घेरा है. बीजेपी के फायरब्रांड नेता गिरिराज ने सूबे को इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ बिहार बताते हुए कहा है कि नीतीश और लालू की सरकार ने मुस्लिम पर्व की छुट्टी बढ़ाई, रक्षाबंधन और शिवरात्रि पर अवकाश नहीं मिला. गिरिराज सिंह ने ये भी कहा कि जिस तरह से लालू यादव और नीतीश की सरकार हिंदुओं पर हमला कर रही है, भविष्य में उन्हें मोहम्मद नीतीश और मोहम्मद लालू के नाम से जाना जाएगा.
बीजेपी के राज्यसभा सांसद और नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में डिप्टी सीएम रह चुके सुशील मोदी ने भी एक्स पर पोस्ट कर नीतीश सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि बिहार सरकार ने एक बार फिर जन्माष्टमी, रक्षाबंधन और शिवरात्रि की छुट्टी रद्द कर दी है. सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार हिंदुओं को जातियों में बांटने और अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण से वोट की राजनीति में लगे हैं.
जेडीयू और आरजेडी का आया जवाब
बिहार सरकार की ओर से जारी किए गए 2024 की छुट्टियों के कैलेंडर को लेकर बीजेपी के वार पर अब जेडीयू और आरजेडी का भी जवाब आया है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि स्कूलों की छुट्टियों में बदलाव पर शिक्षा विभाग स्पष्टीकरण देगा. उन्होंने ये भी कहा कि छुट्टियों पर राजनीति ठीक नहीं है. नीरज कुमार ने कहा कि शब-ए-बारात की छुट्टी घटाई गई है, बीजेपी इसपर क्यों नहीं बोल रही? वहीं, आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बीजेपी छुट्टियों को भी धर्म के चश्मे से देख रही है. इस पर राजनीति ठीक नहीं है. उन्होंने ये भी कहा कि उर्दू विद्यालयों की छुट्टियां भी इस कैलेंडर में शामिल हैं.