अटलबिहारी बाजपेयी के ड्रीम प्रोजेक्ट के सबसे बड़े दुश्मन बीजेपी के चुनाव में है उम्मीदवार
राजनीति में कब कौन विरोधी अपना हो जाए और कौन अपना विरोधी हो जाए, कुछ नहीं कहा जा सकता. इस बार के बिहार विधानसभा में ऐसे तमाम उदाहरण हैं. एक उदाहरण बाहुबली विधायक रह चुके नीरज कुमार सिंह उर्फ बबलू का भी है. ये इस चुनाव में बीजेपी के टिकट पर छातापुर विधानसभा से चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
ये वही नीरज कुमार सिंह हैं जो वर्ष 2007- 2008 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ओर से शुरू किए गए उनके ड्रीम प्रोजेक्ट के दुश्मन बने बैठे थे.
नीरज कुमार सिंह पर आरोप है कि उन्होंने वाजपेयी के ड्रीम रोड प्रोजेक्ट ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर को लेकर बिहार में चल रहे काम में काफी अड़ंगा डाला था. इस प्रोजेक्ट की कंपनी गॉमन इंडिया लिमिटेड ने अड़ंगेबाजी और धमकियों से तंग होकर जनवरी 2008 में नीरज कुमार सिंह के खिलाफ एफआईआर भी कराई थी.
इस चुनाव में जदयू का तीर हाथ से छोड़ कर नीरज उर्फ बबलू ने कमल का फूल थाम लिया है. जबकि इसके पहले वह जदयू के टिकट से तीन बार विधायक रह चुके हैं. तीसरे कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही इनकी विधानसभा की सदस्यता समाप्त कराई थी.
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के चचेरे भाई नीरज बाद में कोर्ट के आदेश पर बहाल भी हुए. उसी वक्त नीरज ने जदयू का दामन छोड़ भाजपा ज्वाइन कर ली थी. अब उन्हें पार्टी से टिकट भी मिल गया है. सुपौल में हुए डबल मर्डर केस में नीरज कुमार सिंह का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में आया था.
सुपौल के डबल मर्डर केस में बालू के नीचे से पुलिस ने दो लाशें बरामद की थी. युवकों के परिजनों ने बबलू पर हत्या कराने का आरोप लगाया था. इसके अलावा नीरज पर चोरी से लेकर हत्या, धमकी, अपहरण जैसे गंभीर मामलों में भी मुकदमे दर्ज हैं.