बिहार में मचा हाहाकार, मुजफ्फरपुर ,औरंगाबाद, गया और नवादा में 130 लोगों की मौत
बिहार में अब तक मौतों का आंकड़ा केवल मुजफ्फरपुर जिले तक सीमित था लेकिन यकायक यह बिहार के तीन अन्य जिलों में फ़ैल गया और भीषण गर्मी के चलते लगभग पचास लोंगों ने अपनी जान गंवा दी. अब तक मिले आंकड़ों के मुताबिक औरंगाबाद में 30 , गया में 15 जबकि नवादा में अब तक पांच लोंगों की मौत की जानकारी मिली है. जबकि सरकार के मुताबिक औरंगाबाद में 26 गया में 12 मौतें बताई गई है.
औरंगाबाद जिले में भीषण गर्मी का कहर जारी है जहां लू लगने से करीब 30 लोगों की मौत होने के जानकारी मिली है. दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे के बीच मौत हुई है. जबकि जिला अस्पताल के सिविल सर्जन ने 26 मौत की पुष्टि की है.
गया जिले में एक दर्जन मौतों को लेकर पटना पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि यह बेहद दुखद घटना है जहाँ 12 व्यक्तियों की मौत हीट स्ट्रोक के कारण हुई है. उन्होंने देश के जनता से अपील की है कि भीषण गर्मी और तेज तापमान में घर से बाहर न निकलें. सर को ढंककर बाहर निकले.
जबकि मुजफ्फरपुर के SKMCH में 3 और बच्चों की मौत हो जाने से सरकारी आकड़ों के अनुसार कुल 80 मौतें हुई है. मौतों का सिलसिला अभी थमता नजर नहीं आ रहा है . फिलहाल एक्यूटइंसेफेलाइटिस सिंड्रोमनहीं थम रहा है. आज स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन पटना पहुंच चुके है लेकिन कुछ युवक सडक पर लेट गये है उन्हें हवाईअड्डे से भी बाहर नहीं निकलने दे रहे है. मौके पर भारी पुलिस फ़ोर्स लगा दिया गया है. एयरपोर्ट के अंदर मंत्री रिव्यू मीटिंग कर रहे है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे,.स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सभी आला अधिकारी इस मीटिंग में मौजूद है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन पटना पहुंच चुके है. पटना एयरपोर्ट पर छात्रों ने मंत्री का काफिला रोक दिया है. काला झंडा दिखाते हुए मंत्री की गाड़ी के आगे लेट गये. पुलिस की छात्रों को हटाने की कोशिश जारी है. जन अधिकार पार्टी के हैं छात्र नेता पटना एयरपोर्ट के बाहर हंगामा कर रहे है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतक बच्चो के प्रति गहरी शोक संवेदना जताते हुए कहा है कि बिहार प्रदेश पूरी तरह से उन मृतक बच्चों के परिजनों के साथ है. में मुजफ्फरपुर में AES से बच्चों की मौत पर शोक व्यक्त करता हूँ. साथ मृत बच्चों के परिजनों को सीएम राहत कोष से 4-4 लाख अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश देता हूँ. और स्वास्थ्य विभाग को बचाव के लिए हरसंभव प्रयास का निर्देश जारी करता हूँ.