जदयू की सूची फेंक कर निकले विजेंद्र यादव ने ललकारा, हिम्मत है तो अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कीजिए!

Update: 2020-10-06 12:34 GMT

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान के हमले और बीजेपी की चुप्पी को लेकर जेडीयू के कद्दावर नेता विजेंद्र यादव अपनी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से बेहद नाराज बताये जा रहे हैं! उनकी नाराजगी का आलम यह है कि उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं की एक बैठक में कह दिया कि हिम्मत है तो अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कीजिए। बीजेपी लगातार अपमानित करवा रही है और आपलोग चुपचाप तमाशा देख रहे हैं।

जेडीयू से जुड़े एक भरोसेमंद सूत्र के मुताबिक विजेंद्र यादव का गुस्सा बीती रात तब भड़का जब उन्हें जेडीयू उम्मीदवारों की सूची देखने को बुलाया गया। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की उस बैठक में जब विजेंद्र यादव पहुंचे तो एक नेता ने उनकी ओर सूची बढाई और कहा, इसे देख लीजिए! इतना सुनते ही विजेंद्र भड़क गये। उन्होंने तल्ख लहजे में कहा, देखना क्या है, जब आपलोगों ने सूची बना ही ली है तो देखना क्या है! जारी कर दीजिए…! इसी बीच वहां बैठे एक नेता ने चुटकी ली, आपकी मंजूरी के बिना सूची कैसे जारी होगी…!

सूत्रों ने बताया कि उस नेता के तंज ने मानो आग में घी का काम किया। विजेंद्र का गुस्सा भड़क गया। उन्होंने सामने बैठे नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा, आप दोनों को पता है कि आपके बारे में बाहर क्या कहा जाता है…आप दोनों को जेडीयू में बीजेपी का एजेंट बताया जाता है! आपने मुझे समझ क्या रखा है! मैं शरद यादव या जॉर्ज फर्णांडिस नहीं हूं! आपकी बदौलत जीत कर नहीं आता हूं!

सूत्रों ने बताया कि विजेंद्र यादव लगातार बोले जा रहे थे और वहां बैठे नेता चुपचाप सुन रहे थे। विजेंद्र ने कहा, अगर बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व चाहता तो चिराग पासवान की जुबान बंद हो जाती। लेकिन बीजेपी चुप्पी साध कर बैठी है। सारा खेल तो वही करा रही है। उसी के इशारे पर हमारे नेता को अपमानित किया जा रहा है। और आपलोग तमाशा देख रहे हैं। अगर हिम्मत है तो अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कीजिए! विजेंद्र यादव ने अपनी बात समाप्त की और उम्मीदवारों की सूची फेंक कर बैठक से निकल गये। एक नेता उन्हें रोकने को आगे बढे ,लेकिन वे नहीं रुके।

सूत्रों ने बताया कि चिराग पासवान की ओर से लगातार हो रहे हमले से विजेंद्र यादव पहले से आहत चल रहे थे। कल जब चिराग ने अकेले चुनाव लड़ने और जेडीयू उम्मीदवारों के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया तो विजेंद्र बौखला गये। इसी बीच उन्हें बैठक का बुलावा आ गया और बैठक में जो हुआ, उसकी कल्पना वहां बैठे नेताओं ने शायद सपने में भी नहीं की होगी!

मालूम हो कि सुपौल से विधायक विजेंद्र यादव नीतीश सरकार में सीनियर मिनिस्टर हैं। ऊर्जा, वित्त और वाणिज्य जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे विजेंद्र की कैसी क्षेत्र के बड़े नेता हैं। उनकी नाराजगी पार्टी में सियासी बवाल का सबब बन सकता है।

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