पटना. बिहार में सीट बटवारे को लेकर भाजपा और जदयू के बीच हो रही बयानबाजी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली बार चुप्पी तोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा- जदयू गठबंधन में सब कुछ ठीक है। हालांकि, इससे आगे उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
मंगलवार को नीतीश भाजपा विधायक नितिन नवीन के पिता की पुण्यतिथि पर पटना स्थित नवीन पार्क में उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। कार्यक्रम से निकलने के दौरान मीडियाकर्मियों ने उनसे भाजपा और जदयू के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर तल्खी पर सवाल पूछा था।
बतादें कि रविवार को जदयू नेता प्रशांत किशोर के बयान के बाद बिहार एनडीए में खलबली मची है। प्रशांत ने कहा था कि बिहार में जदयू बड़ी पार्टी है। जिस अनुपात में 2010 में भाजपा और जदयू के बीच सीटों का बंटवारा हुआ था इस बार भी उसी अनुपात में सीट शेयरिंग होनी चाहिए। लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव में सीटों का बंटवारा नहीं होगा। 2010 में जदयू ने 141 और भाजपा ने 102 सीटों पर चुनाव लड़ा था। यह अनुपात 1.4:1 का था। यानि जदयू अगर 14 सीटों पर चुनाव लड़ती है तो भाजपा को 10 सीटें मिलेगी। उनके इस बयान के बाद भाजपा नेताओं ने उन पर हमला करना शुरू कर दिया।
जाहिर है एनडीए की मुख्य घटक भारतीय जनता पार्टी (BJP) को यह बात रास नहीं आ रही है, वहीं जेडीयू के भीतर भी कई नेताओं ने पीके के रुख से असहमति जताई है. वहीं कांग्रेस और आरजेडी ने तंज कसा है।