संजय वर्मा: लंबे अरसे तक जेल में रहने और जमानत मिलने के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव दिल्ली स्थित अपनी बड़ी बेटी राज्यसभा सदस्य मीसा भारती के आवास पर स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं. चुंनिन्दा लोगों से मिल रहे है.
इधर बिहार में एनडीए में शामिल दलों में सब ठीक ठाक नही चल रहा है. एक दूसरे के बारे में जबतब कुछ न कुछ बोल बक दिया जा रहा है. इधर हम के जीतनराम मांझी और वीआईपी के मुकेश सहनी की पैंतरावाजी भी जारी है. दोनो ने बन्द कमरे में बातें की इससे कयास का बाज़ार गर्म हो गया है. क्योंकि इन दो दलों के सहयोग के बिना भाजपा जदयू की सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगा है/
दोनो ही दल ज्यादा तवज्जो नही मिलने से अंदरखाने से नाराज चल रहे है. मामला राज्यपाल द्वारा मनोनयन बाली सीटों में इनकी हिस्सेदारी न होने से शुरु हुआ बिहार में सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों की संख्या में बहुत ज्यादा अंतर नही है राजद कांग्रेस माले गठबंधन के विधायकों की संख्या 115 है. ओबैसी की 5 विधायको को साथ लाने में राजद कामयाब होता जा रहा है. ऐसे में मांझी मुकेश राजद के लिये वो तुरुप का पत्ता साबित होगा जो राज्य में राजद का राज ला सकता है.
एनडीए की बात करें तो लालू के जेल से निकलने से पहले से घबराई है सुशील मोदी ने कहा था कि लालू यादव एनडीए सरकार को जेल से आने के बाद गिराएंगे तो हाइकोर्ट जाएंगे मोदीं के अलावा भी कई अन्य नेताओं ने भी आशंका जाहिर की थी वैसे लालू यादव अभी दिल्ली में ही है. तो जदयू भाजपा का पावँ फूल रहा पटना पैर रखेंगे तो क्या होगा. वैसे लालू यादव घाघ पॉलिटिशियन है.
राजनीतिक बारीकियों को खूब समझते है लट्टू की तरह नचाना भी उन्हें खूब आता है. ऐसे में सवाल है कि एनडीए की सत्ता कब तक रहेगी मतलब बिल्ली की अम्माँ कब तक खैर मनाएगी एनडीए को लगता है कि नीतीश राजनीति के चाणक्य है किसी सूरत में लालू के दाल गलने नही देंगे वैसे इसमे वक्त लगेगा तबतक थोड़ा इंतज़ार का मजा लीजिये.