भागलपुर।पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और कांग्रेस के दिग्गज नेता सदानंद सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ भागलपुर के कहलगांव स्थित उत्तरवाहिनी गंगा तट पर किया गया। इसी के साथ वे पंचतत्व में विलिन हो गए। बड़ी संख्या में लोगों ने अश्रुपूरित नेत्रों से अंतिम विदाई दी। उनके पुत्र शुभानंद मुकेश ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनका निधन आठ सितंबर 2021 को पटना हो गया था।
शवयात्रा में काफी संख्या में आम लोग शामिल हुए। क्या बच्चे, क्या बूढ़े, क्या युवा, क्या महिलाएं। हर वर्ग के लोग इसमें शामिल हुए। सभी ने नम आंखों से विदाई दी। कल ही उनका पार्थिव शरीर पटना से भागलपुर होते हुए सड़क मार्ग पर कहलगांव लाया गया। फिर सन्हौला प्रखंड स्थित उनके पैतृक गांव धुआवे शव पहुंचा। उसके बाद वहां काफी संख्या में लोग पहुंचे। उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद कहलगांव थाना रोड स्थित घर पर उनके पार्थिव शरीर को लाया गया।
नौ सितंबर 2021 को सुबह कहलगांव राजघाट स्थित कांग्रेस भवन उनके पार्थिव शरीर को ले जाया गया। जहां काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। वहां से बाजार होते हुए कहलगांव गंगा तट पर श्मशान घाट पर अंतिम कार्यक्रम हुआ। शवयात्रा में सभी दलों के लोग शामिल थे।
शवयात्रा के दौरान काफी संख्या में लोग शामिल थे। श्मशान घाट पर गार्ड ऑफ आनर दिया गया। डीम सुब्रत सेन, एसएसपी निताशा गुडि़या, एसडीपीओ रेषु कृष्णा, एसडीओ मधुकांत के अलावा कई प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौजूद थे। केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, भक्त चरण दास, बिरेंद्र सिंह राठोर, मदन मोहन झा भी शवयात्रा में शामिल हुए। विधायक अजीत शर्मा, आफाक आलम, अशोक राम,नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल के अलावा शोभाकांत मंडल, राम विलास पासवान और प्रवीण सिंह कुशवाहा आदि मौजूद थे।