हौसलों और उम्मीदों की उड़ान- पटना का गंगा घाट जहां हजारों छात्र अपने सपनों को पूरा करने के लिए ग्रुप स्टडी करते हैं।
पटना कॉलेज गंगा घाट पर हजारों छात्र बैठकर रेलवे और एसएससी की तैयारी करते हैं।
कहते हैं ना कि जहां चाह वहीं राह, ये दुनिया उम्मीदों पर ही टिकी है। इस दुनिया में संभावनाओं का एक ऐसा संसार है, जहां लोग अपने सपनों को पूरा करने के लिए जी तोड़ मेहनत करते हैं।
आजकल कुछ ऐसी ही तस्वीर देखने को मिल रही है बिहार की राजधानी पटना से, जहां हजारों छात्र अपने सपनों की उड़ान भरने के लिए गंगा की घाट पर इक्ट्ठा होते हैं और एक साथ बैठकर ग्रुप स्टडी करते हैं।
एक कहावत तो आपने सुनी होगी कि, "अगर किसी चीज को तुम शिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुम्हें मिलाने में लग जाती है"
बिहार का युवा भी इसी कहावत को चरितार्थ करने में लगा हुआ है।
कहा जाता है कि बिहार में अन्य राज्यों की तुलना में सरकारी नौकरी का कुछ ज्यादा ही क्रेज है। बिहार का युवा बड़ा होते ही सरकारी नौकरी का सपना देखने लगता है, शायद यही कारण है कि बिहार को आईएएस- आईपीएस की फैक्ट्री कहा जाता है। हर साल बड़ी संख्या में यूपीएससी की परीक्षा में बिहार से आईएएस निकलते हैं।
अब बात करते हैं बिहार के पटना कॉलेज गंगा घाट की जहां बड़ी संख्या में सरकारी भर्ती की तैयारी कर रहे छात्रों की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले छात्रों के इस समूह की तस्वीर कई हस्तियों ने भी अपने अकाउंट से शेयर की है। इस तस्वीर के वायरल होते ही लोग इन छात्रों की लगन को सलाम कर रहे हैं।
*इंजीनियर एस के झा के मार्गदर्शन में तैयारी कर रहे हैं छात्र*
समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक पटना के कालेज घाट पर हजारों की संख्या में युवा एसएससी और रेलवे की परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। इंजीनियर एसके झा इन युवाओं को परीक्षा की तैयारी में मदद करते हैं। एएनआइ का दावा है कि झा इसके लिए युवाओं से कोई शुल्क भी नहीं लेते हैं। एएनआइ से बातचीत में झा ने बताया कि उन्होंने पिछले शनिवार और रविवार को सुबह छह बजे से एक टेस्ट का आयोजन किया, जिसमें करीब बारह से चौदह हजार छात्र शामिल हुए। उन्होंने बताया कि वे पिछले दो महीने से ऐसा करते आ रहे हैं।
पटना में गंगा के घाटों को रिवर फ्रंट के और पर विकसित किया गया है। इन घाटों पर खूबसूरत सीढ़ियां बनाई गई हैं। सुबह और शाम बड़ी तादाद में पटना के लोग यहां टहलने और सैर करने के इरादे से पहुंचते रहे हैं। नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं की तस्वीर ने इन घाटों को एक नई पहचान दी है।
*रेलवे और एसएससी की तैयारी करते हैं छात्र*
जून में आरआरबी ग्रुप डी की परीक्षा होने वाली है. बिहार के लाखों छात्र इस परीक्षा में बैठने वाले हैं।
इसी परीक्षा की तैयारी पटना के गंगा घाट पर भी चल ही है. गंगा घाट कोचिंग रोज़ाना 2 घंटे चलती है. छात्र 4 बजे ही यहां पहुंच जाते हैं और पढ़ाई में एक-दूसरे की मदद करते हैं. पहले सिर्फ़ कॉलेज घाट पर छात्र नज़र आते थे लेकिन अब काली घाट, कदम घाट पर भी छात्र इकट्ठा होने लगे हैं।
*सासाराम रेलवे स्टेशन पर भी कुछ साल पहले लगती थी छात्रों की ऐसी ही भीड़*
ये तस्वीरें देखकर सासाराम जंक्शन की वो तस्वीर याद आ गई जहां गांव में बिजली न होने की वजह से सैंकड़ों छात्र रोज़, सासाराम जंक्शन के प्लेटफ़ॉर्म पर बैठकर पढ़ाई करते थे. ग़ौरतलब है कि स्टेशन वाली कोचिंग अब बंद हो गई है. बिहार के छात्रों के जूनून को सलाम है।
ये लगन उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा हैं जो हमेशा सुविधाओं का रोना रोते हैं।