'मणिकर्णिका' की रिलीज के बाद कंगना पर भड़के डायरेक्टर, किए ऐसे खुलासे जिसे जानकर हैरान रह जाएंगे

डायरेक्टर कृष ने कंगना और फिल्म को लेकर कई अहम खुलासे किए हैं। ये सारी बाते जानकर आप हैरान रह जाएंगे।

Update: 2019-01-27 06:51 GMT

मुंबई : कंगना रनौत की फिल्म 'मणिकर्णिका' से जुड़े विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। जी हां, फिल्म की रिलीज के दो दिन बाद ही डायरेक्टर कृष एक इंटरव्यू में कंगना पर जमकर भड़के हैं और उन्होंने कंगना और फिल्म को लेकर कई अहम खुलासे किए हैं। ये सारी बाते जानकर आप हैरान रह जाएंगे। फिल्म को लेकर विवाद तब ही शुरू हो गया था जब डायरेक्टर ने कंगना पर फिल्म मेकिंग में दखलअंदाजी करने का आरोप लगाया था और कंगना ने डायरेक्शन की कमान अपने हाथ में ले ली थी। इसके अलावा उसी दौरान फिल्म में अहम रोल निभा रहे सोनू सूद ने भी फिल्म छोड़ दी थी। 

मणिकर्णिका के असली डायरेक्टर कृष ने पहली बार फिल्म पर अपनी चुप्पी तोड़ी है और कंगना रनौत की धज्जियां उड़ा दी हैं। कृष ने बताया कि भले ही कंगना रनौत सब जगह कहती फिर रही हैं कि पूरी फिल्म उन्होंने दोबारा शूट की है लेकिन सच्चाई ये है कि कंगना ने केवल 30 प्रतिशत फिल्म दोबारा शूट की है। कृष ने बताया कि पहले हाफ में कंगना की एंट्री और एक गाना है जो मैंने शूट नहीं किया है और दूसरे हाफ के कुछ सीन है जो नए सिरे से शूट हुए हैं। इसके अलावा अगर कंगना ने कुछ किया है तो वो ये कि उन्होंने फिल्म में सबके अहम किरदार काट कर छोटे कर दिए हैं जिससे सिर्फ वो फिल्म में दिख पाएं।

फिल्म में कंगना रनौत का नाम, कृष से पहले आता है और इस बात पर टिप्पणी देते हुए कृष ने कहा कि मुझे नहीं पता कि इतने लोगों के काम को अपना काम बताकर कंगना को रात में नींद कैसे आती है। वो इतने आराम से कैसे सोती हैं भगवान जानें। कृष ने बताया कि कंगना हर वक्त मुझसे बद्तमीज़ी से बात करती थीं। उन्होंने एक दिन मुझे फोन करके बताया कि जी स्टूडियो को मेरी फिल्म पसंद नहीं आ रही है। वो लोग कह रहे हैं कि मेरी बनाई हुई फिल्म किसी भोजपुरी फिल्म की तरह लग रही है। मैं हंस दिया कि सबने मेरा काम देखा हुआ है।

कृष ने बताया कि उन्होंने जून में ही फिल्म पूरी कर दी थी और टीम को सौंप दी थी। इसके बाद वो अपनी अगली फिल्म एनटीआर बायोपिक के काम के लिए हैदराबाद चले आए। उस समय फिल्म 15 अगस्त को रिलीज़ होनी थी। मुझे वापस मिलने बुलाया गया इसके बाद कंगना ने मुझसे कहा कि प्रोड्यूसर कमल जैन मेरी फिल्म से खुश नहीं है। और मैं कंगना और कमल से मिलने पहुंचा। इस दौरान कंगना ने कहा कि फिल्म के कुछ पार्ट से वो नाखुश हैं। मैंने उनकी दिक्कतें सुनी और कहा कि ठीक है ये 6-7 दिन के शूट का काम है। मैं इसे वापस कर दूंगा। लेकिन मुझसे कहा गया कि ज्यादा काम नहीं है अब कंगना कमाल संभाल लेगी।

धीरे धीरे बढ़ने लगी दिक्कतें धीरे धीरे कंगना को हर चीज़ में कमी लगने लगीं। वो दरअसल, बस एक Insecure एक्टर हैं। उन्हें लग रहा था कि हर किसी का रोल, झांसी की रानी जितना महत्त्वपूर्ण नहीं हो सकता है इसलिए मैं बाकियों के रोल छोटे कर दूं। मैंने साफ मना कर दिया मैंने कंगना की डिमांड पूरी करने से साफ मना कर दिया। मेरे हिसाब से झांसी की रानी की लड़ाई उनके साथ के लोगों के साथ ही पूरी होती है। वो इस जीत की अकेली हीरो नहीं थी। लेकिन कंगना बाकी एक्टर्स के प्रभावशाली रोल से बहुत डर चुकी थीं।

कंगना की सबसे बड़ी दिक्कत थी सोनू सूद। उनका मानना था कि सोनू का कैरेक्टर बहुत लाइमलाइट खा रहा है। और वो चाहती थीं कि सोनू के कैरेक्टर को इंटरवल में ही मार दिया जाए जो कि इतिहास के खिलाफ था।

सोनू ने मुझसे किया संपर्क कंगना और उनकी टीम सोनू को नए बदलाव के साथ शूट करने के लिए कहा। सोनू ने मुझसे संपर्क किया तो मैंने मना कर दिया कि अब मैं उस फिल्म का हिस्सा नहीं हूं। इसके बाद सोनू ने फिल्म छोड़ दी। उनके 100 मिनट के रोल को काटकर 60 मिनट का किया जा रहा था। सोनू के फिल्म छोड़ते ही उनकी पत्नी का किरदार निभा रही स्वाति सेमवाल ने भी फिल्म छोड़ दी। कंगना की पूरी दिक्कत केवल सोनू के किरदार से थी। लेकिन फिल्म में उनका किरदार इतना खूबसूरत था कि मैं उसे छूना भी नहीं चाहता था।

कृष ने बताया कि कंगना केवल क्रेडिट लेने में होशियार हैं। जब फिल्म का पहला पोस्टर रिलीज हुआ तो उसमें डायरेक्टर के तौर पर मेरा नाम था। इसके बाद टीजर में मेरा नाम बदलकर राधा कृष्ण जगलरामुदी कर दिया गया। मैं खुद ये नाम कभी इस्तेमाल नहीं करता।

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