'सलीम खान' का आज जन्मदिन, जानें कुछ खास बातें

जिस वजह से उन्होंने फिल्मों में हाथ आजमाया लेकिन वे छोटी फिल्मों में साइड हीरो तक ही सीमित रह गए.

Update: 2017-11-24 05:32 GMT

नई दिल्ली: सलमान खान के पिता और बॉलीवुड के जाने माने पटकथा लेखक सलीम खान का जन्मदिन है. आज वो अपना 82वां जन्मदिन मना रहे हैं. सलीम खान का जन्म 24 नवंबर 1935 को इंदौर में हुआ था.

उनके पिता पुलिस अफसर थे. बचपन में ही उनकी मां की मृत्यु हो गई थी. 5 साल तक डेट करने के बाद उन्होंने 1964 में मराठी लड़की सुशीला चरक से शादी की थी. शादी के बाद सुशीला ने अपना नाम बदलकर सलमा रख लिया था.

उनके तीन बेटे और दो बेटियां हैं. इनमें सलमान खान सबसे बड़े हैं उसके बाद अरबाज, सोहेल और अलविरा हैं. सलीम खान और हेलेन ने एक बच्ची को गोद लिया जिसका नाम अर्पिता खान है.




सलीम खान राइटिंग में आने से पहले एक्टिंग में हाथ आजमा चुके थे. वे स्मार्ट थे और कमाल की पर्सनेलिटी के धनी भी थे. जिस वजह से उन्होंने फिल्मों में हाथ आजमाया लेकिन वे छोटी फिल्मों में साइड हीरो तक ही सीमित रह गए. 

सलीम खान ने फिल्म इंडस्ट्री को कई सुपरहिट फिल्में दी हैं, लेकिन अपने शुरुआती करियर में उन्हें काफी स्ट्रगल का सामना भी करना पड़ा था. 70 और 80 के दशक में सलीम अकेले नहीं बल्कि जावेद अख्तर के साथ मिलकर काम करते थे.

सलीम-जावेद की इस जोड़ी ने एक साथ करीब 10 हिट फिल्में बॉलीवुड को दी थी. जिनमें हाथी मेरे साथी, सीता और गीता, शोले जैसी फिल्में शामिल हैं.

जावेद अख्तर की सलाह पर सलीम खान ने अभिनय छोड़ दिया और लेखक/निर्देशक अबरार अलवी के सहायक बन गए. वहीं जावेद कैफी आजमी के असिस्टेंट बन गए.अमिताभ बच्चन को सुपरस्टार बनाने में इस जोड़ी का महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं.

सलीम खान ने एक इंटरव्यू में बताया था कि अमिताभ बच्चन को उन्होंने सुपरस्टार बनाया है. हालांकि वो अमिताभ से इस बात से दुखी भी थे कि उन्होंने सलीम खान को कभी अपनी सक्सेस के लिए क्रेडिट नहीं दिया.

सलीम खान ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मैं डायरेक्टर्स को अमिताभ बच्चन को फिल्म में लेने के लिए कहता था और उनकी एंग्री यंग मैंन की छवि मेरी वजह से ही बनी.

सलीम खान को उस जमाने के डायरेक्टर के अमरनाथ ने एक शादी के दौरान देखा और मुंबई बुला लिया था और 400 रुपये महीने की तनख्वाह पर सलीम खान को एक्टिंग करने का मौका दिया.

एक्टर के तौर पर सलीम खान ने लगभग 14 फिल्मों जैसे, 'तीसरी मंजिल', 'सरहदी लूटेरा', 'दीवाना', 'वफादार' इत्यादि में छोटे छोटे रोल किये लेकिन दर्शकों की नजर में नहीं आ पाए. 

 फिल्म 'सरहदी लूटेरा' के दौरान सलीम खान की मुलाकात उसी फिल्म में 'क्लैप ब्वॉय' जावेद अख्तर से हुई और वहीं से सलीम-जावेद की जोड़ी बन गई. उस जमाने के सुपरस्टार राजेश खन्ना ने पहली बार सलीम जावेद को अपनी फिल्म 'हाथी मेरे साथी' का स्क्रीनप्ले लिखने के लिए मौका दिया और इसी फिल्म का तमिल रीमेक भी 'नल्ला नेरम' के रूप में बनाया.

उनके बेटे सलमान खान सफलता की चरम पर हैं. सलमान भले ही फिल्म इंडस्ट्री के दबंग माने जाते हों लेकिन घर पर सलीम खान के आगे किसी की नहीं चलती हैं.

सलीम ने आज भी अपने परिवार को जोड़कर रखा हैं. उनका परिवार इंडस्ट्री के लिए एक मिसाल हैं. इतने बड़े स्टार होने के बावजूद सलमान आज भी अपने पिता के घर में ही रहते हैं. सलीम के घर में हिंदू और मुस्लिम त्योहार एक जैसे ही मनाए जाते हैं। ईद और दीवाली दोनों मौकों पर जश्न होता हैं.

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