जानिए खरबूजे के जूस के क्या है फायदे
प्रकृति ने आपके खाने के लिए कई फल बनाएं हैं, जो मौसम के अनुकूल पैदा होते हैं। इसके उचित सेवन से मनुष्य अपने शरीर को स्वस्थ रख सकता है।
प्रकृति ने आपके खाने के लिए कई फल बनाएं हैं, जो मौसम के अनुकूल पैदा होते हैं। इसके उचित सेवन से मनुष्य अपने शरीर को स्वस्थ रख सकता है। गर्मियों में खरबूज ककड़ी, तरबूज जैसे फल मिलने शुरू हो जाते हैं। गर्मी से मुरझाया शरीर और मन दोनों इसे खाते ही तरोताजा हो जाते हैं।
खरबूज अपनी मिठास एवं स्वाद के लिये अत्यन्त लोकप्रिय है। खरबूज के बीजों की गिरी का उपयोग पकवान तथा विभिन्न प्रकार की मिठाईयों में मेवे के रूप में किया जाता है।
आयुर्वेद में बताया गया है कि खरबूज शरीर को सशक्त बनाने वाला फल है जिसमें तत्व कैल्शियम, लौह, विटामिन ए और विटामिन सी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। इसके साथ ही खनिज लवण की भी इसमें प्रचूरता होने से यह स्कर्वी जैसे रोगों से शरीर की रक्षा करता है।
पुराने उकवत से पीड़ित रोगी के लिए यह बहुत लाभदायक है। खरबूजे के फलों का सेवन मूत्र विकार संबंधी रोगों में लाभकारी होता है। त्वचा रोग एक्जिमा में इसके फलों का रस लगाना लाभकारी होता है। पौष्टिक होने के बाद भी खरबूज में कैलोरी काफी कम होती है।
खरबूज, ककड़ी, फूट ये सभी एक ही जाति के फल (muskmelon fruit) हैं। भारतवर्ष के अलग अलग राज्यों एवं स्थान भेद से रूप रंग एवं स्वाद की विभिन्नता के कारण इसकी कई उपजातियां मिलती हैं, किन्तु गुणों की दृष्टि से इनमें कोई विशेष अन्तर नहीं है।
खरबूज के बीजों में 40-50 प्रतिशत तेल पाया जाता है। खरबूज का उपयोग सलाद के रूप में तथा कच्चे फलों का उपयोग ग्रामीण क्षे़त्रों में सब्जी के रूप में भी किया जाता है। खरबूजे के फलों को मुख्यतः ताजा खाया जाता है।
हालांकि खरबूज कई रंगों में मिलता है, लेकिन सामान्यतः यह पकने पर हरे से पीले या नारंगी रंग का हो जाता है। इसके फल लम्बी लताओं में लगते हैं। इसकी लता पतली, जमीन पर फैलने वाली, तरबूज की बेल जैसी, वर्षायु और मोटी जड़ वाली होती है। इसमें 90 प्रतिशत तक पानी होता है, इसलिए गर्मियों में इसे खाने से बहुत लाभ (benefits of muskmelon) होता है।
खरबूज का पूरा पका हुआ फल ही खाने योग्य होता है। इसके बीजों को ही मगज (Magaz Seeds कहते हैं जिसका प्रयोग मिठाइयों और पकवानों को बनाने में किया जाता है।खरबूज ठंडा, मीठा, पौष्टिक, बलकारक तथा पचने में भारी होता है।
पके हुए खरबूजे खाने से कब्ज नहीं होता है, त्वचा मुलायम होती है, पेशाब संबंधित रोग दूर होते हैं, पौरुष शक्ति बढती है। खरबूजा वात और पित्त को शान्त करता है। अगर शरीर में जलन हो या थकान और बेचैनी हो रही हो तो खरबूजे के शरबत के सेवन से आराम मिलता है।