19 साल पहले जहाँ एक्टर बनने का सपना लिए घूमते थे आज वही कर रहे फ़िल्म की शूटिंग पंकज त्रिपाठी हुए इमोशनल
आज हम एक ऐसे ही किस्से के बारे में आपको बताएँगे जो सबके दिलों को छू गया। हम बात कर पंकज त्रिपाठी की जो इनदिनों अपनी नई फ़िल्म की शूटिंग के लिए दिल्ली आये हुए।
आज हम एक ऐसे ही किस्से के बारे में आपको बताएँगे जो सबके दिलों को छू गया। हम बात कर पंकज त्रिपाठी की जो इनदिनों अपनी नई फ़िल्म की शूटिंग के लिए दिल्ली आये हुए। वही शूटिंग के दौरान उन्होंने 'आज तक' को दिए अपने इंटरव्यू में 19 साल पहले की वो बात बताई जिसकी वजह से वो थोड़े इमोशनल भी हो गए। पंकज त्रिपाठी ने मुंबई मायानगरी में अपनी एक ख़ास पहचान बना ली है।बॉलीवुड इंडस्ट्री में जब भी कोई अपना करियर बनाने का सोचता है तो उसके दिमाग में बस एक चीज़ होती है कि किसी तरह उसे पहला ब्रेक मिल जाये। इसी को तो संघर्ष कहते है जब आप अपने सपने को साकार करने के लिए जी तोड़ मेहनत करते है।
अपने दमदार एक्टिंग के लिए मशहूर हुए पंकज बेहद ही छोटे से गांव से आकर बड़े सपने लिए मुंबई आये थे और उन्होंने अपना सपना पूरा किया। लेकिन दिल्ली में अपनी फ़िल्म की शूटिंग के दौरान उन्होंने एक किस्सा सुनाया, 'पंकज ने बताया कि आज से करीब 19 साल पहले में एनएसडी कॉलेज की वकील लाइन गली के हॉस्टल में रहता था। वहां करीब 1 साल रहने पर हम रोजाना वकील लाइन गली में खाना खाने के बाद टहला करते थे और तभी हमने सोचा था कि हम एक्टर बनेंगे।
पंकज ने आगे बताया कि, थर्ड ईयर की पढ़ाई से पहले मैंने एक्टर बनने का सपना नही सोचा था क्योंकि सपने देखने से डर लगता था। एक्टर बनना है तो सोच लिया लेकिन इसको पूरा कैसे करेंगे, किस दिशा में आगे बढ़े ये सब हम्हे नही पता था। आज देखो मैं 19 साल बाद उसी लाइन गली में खड़ा हूँ वो भी अपनी वैनिटी वैन लेकर। उन्होंने बताया कि एक्टर बनने का सपना मुझे इसी वकील लाइन की गली से ही आया था और मैं उसवक्त थर्ड ईयर की पढ़ाई कर रहा था।सुबह जब मैं फ़िल्म शूटिंग करने इस गली आया तो अजीब सा दिल में इमोशन था, लगा कि अरे ये तो वही गली है जहाँ 19 साल पहले मैंने एक्टर बनने का सपना सोचा था। इस बात का जिक्र मैंने अपने को एक्टर्स को भी बताया।
इसके बाद सभी फ़िल्म के टीम मेंबर्स ने मिलकर वहां लंच किया। आपको बता दे, पंकज ने फ़िल्म जगत से लेकर ओटीटी प्लेटफार्म तक एक से बढ़कर एक मूवीज की है।इसके बाद पंकज ने वहां के किस्से बताये कि कैसे वो अपने संघर्ष भरे दिनों में पैसे बचाते थे। इसी दौरान उनके को एक्टर्स लंच का सोच रहे थे तब पंकज ने सबको कहा कि यहां पास में ही एक रिफ्यूजी मार्केट के पास धाबा है जहाँ सस्ता और बेस्ट खाना मिलता है।