आज अरबो रुपये में खेलने वाले महानायक अमिताभ बच्चन का एक वक्त ऐसा भी आया जब वे एक एक पैसे के लिए मोहताज होगये थे। दिवालिया घोषित बिग बी का बंगला प्रतीक्षा और जनक दोनों ही कनारा बैंक ने अपने कब्जे में कर बंगलो की खरीद-फरोख्त का नोटिस चस्पा कर दिया था। लेनदारों की लंबी कतार थी।
भले ही आज सपा नेता अमरसिंह और अमिताभ में बोलचाल बंद है । लेकिन संकट के समय अगर बिग बी की अमरसिंह मदद नही करते तो वे जेल के भीतर होते। अमिताभ बच्चन ने कारोबार बढ़ाने की गरज से अमिताभ बच्चन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एबीसीएल) कंपनी की स्थापना की। दो फिल्मों सूर्यवंशम और मृत्युदाता का निर्माण किया गया लेकिन दोनों ही बॉक्स ऑफिस पर सुपर फ्लाप रही। इसके अलावा बंगलोर में आयोजित सुंदरी प्रतियोगिता ने रही सही कसर पूरी करदी। इस आयोजन से एबीसीएल को करोड़ो रूपये का घाटा हुआ और अमिताभ को फ़िल्म मिलना भी बंद होगया।
आर्थिक तंगी ने उन्हें डिप्रेशन में ला दिया। ऐसे संकट के समय अमरसिंह ने बिग बी मुलाकात सहारा ग्रुप के चैयरमेन सहारा श्री से कराई। उन्होंने बैंक आदि का तमाम कर्ज चुकाने का ना केवल वादा किया, बल्कि उस वादे को पूरा भी किया। संकट से उबारने वाले अमरसिंह और सहाराश्री के चरणों मे गिरकर वे रोने लगे गए ।
इसके बाद अमिताभ की छोटे मियां बड़े मियां तथा आज का अर्जुन सुपर हिट रही। उधर कौन बनेगा करोड़पति के 85 एपिसोड के लिए भी करीब 30 करोड़ हासिल होगये। इसके बाद बिग बी ने कभी पीछे मुड़कर नही देखा। आज उनके पास जलसा, प्रतीक्षा, नैवेद्ध, जनक जैसे आलीशान पांच बंगले है। एक बंगला उन्होंने अपनी पोती आराध्य के लिए जलसा से सटता हुआ 100 करोड़ में खरीदा है जिसका अभी नामकरण नही हुआ है।
संकट के समय मदद करने वाले बिग बी की आज ना तो अमरसिंह से बोलचाल है और ना ही सहारा श्री से। जेल में बंद रहने के दौरान एक बार भी बिग बी ने सुब्रत राय से मुलाकात नही की। सहारा श्री ने उनसे कुछ आर्थिक मदद भी मांगी, लेकिन बिग बी ने पूरी तरह कन्नी काट ली। जबकि बिग बी के पास आज 5000 करोड़ की संपत्ति है। पांच आलीशान मकान, कई जगह फार्म हाउस, इलाहाबाद के पास खेती की जमीन, कई बड़ी कंपनियों में हिस्सेदारी और करोड़ो रूपये के शेयर है। इसके अलावा पनामा पेपर में भी उनका नाम उजागर हुआ है। बकौल अमरसिंह के अमिताभ से स्वार्थी और घटिया कोई व्यक्ति नही है। पनामा कांड में उनका जेल जाना सुनिश्चित है।