प्रिया प्रकाश को सुप्रीम कोर्ट से राहत, नहीं चलेगा कोई केस

सुप्रीम कोर्ट ने प्रिया प्रकाश पर लगे आरोपों पर स्‍टे लगा द‍िया है..

Update: 2018-02-21 08:00 GMT
नई द‍िल्‍ली : वैलेंटाइन डे से पहले मलयालम एक्ट्रेस प्रिया प्रकाश का दीवाना पूरा इंड‍िया हो गया है। सोशल मीडिया पर वायरल मलयालम फिल्म 'उरु आदर लव' के गाने 'मानिक्य मलाराया पूवी' में प्रिया ने अपने एक्सप्रेशन से खूब सुर्ख‍ियां बटोरी हैं। लोगों को दीवाना बना रहीं प्र‍िया प्रकाश की मुश्‍क‍िलें भी बढ़ रही हैं। Priya Prakash के गाने को बैन करने की मांग उठने लगी है। 14 फरवरी को हैदराबाद में उनके ख‍िलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

उन पर मुस्‍ल‍िम भावनाएं भड़कने का आरोप है। बताया जा रहा है क‍ि शिकायत करने वाले को पहले प्र‍िया प्रकाश का ये गाना बहुत पसंद आया था। गाना मलयालम में होने की वजह से उनको समझ नहीं आया तो उन्‍होंने शब्‍दों का अनुवाद करके समझा। उसके बाद उनको यह गाना मुस्‍ल‍िम भावनाएं आहत करने वाला लगा। हालांक‍ि दर्ज की गई इस श‍िकायत के व‍िरोध में प्र‍िया प्रकाश और फ‍िल्‍म के डायरेक्‍टर ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी और सुप्रीम कोर्ट ने उन पर लगे आरोपों पर स्‍टे लगा द‍िया है। 

शिकायत के अनुसार, 'Manikya Malaraya Poovi' गाने को अंग्रेजी में अनुवाद करेंगे तो वो मुस्लिमों के पैगंबर की बेइज्जती करता हुआ प्रतीत होता है। बता दें कि दो दिन पहले प्रिया प्रकाश का एक वीडियो वायल हुआ था। जिसमें वो आंख मारती नजर आ रही थीं। रजा अकेडमी ने सेंसर बोर्ड को एक पत्र ल‍िखा था, ज‍िसमें इस गाने को बैन करने की मांग की थी।

मुस्लिम समुदाय को प्रिया प्रकाश के एक्सप्रेशन और गाने के लिरिक्स को लेकर आपत्ति है। पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। इसके अलावा FIR लिखवाने वाले शख्स मोहम्मद अब्दुल ने कहा कि उन्हें प्रिया प्रकाश के फिल्मों में काम करने से कोई आपत्ति नहीं है।

कौन हैं प्र‍िया प्रकाश 
इस वीड‍ियो में द‍िख रही लड़की मलयाली एक्ट्रेस प्रिया प्रकाश वारियर हैं। 18 साल की प्रिया वारियर केरल के त्रिशूर की रहने वाली हैं। वे इन दिनों त्रिशूर के विमला कॉलेज से बी. कॉम की पढ़ाई कर रही हैं। उनकी डेब्यू फिल्म 'Oru Adaar Love' के गाने 'Manikya Malaraya' की एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

इसके बाद फिल्म के डायरेक्टर के साथ खुद प्रिया भी इसके बचाव में सामने आगे आए हैं। फिल्म के निर्देशक ओमर लूलू ने कहा कि यह गाना इस्लाम विरोधी नहीं है बल्कि यह मोहम्मद साहब की तारीफ करता है। 'यह रोमांटिक गाना नहीं है बल्कि एक पारंपरिक मुस्लिम गाना है। यह कुछ अवसरों पर गाया जाता है।

विडियो के कुछ दृश्यों के कारण यह रोमांटिक जैसा दिख रहा है। मैं साफ कर दूं कि यह गाना किसी भावनाओं को आहत नहीं कर रहा है। इसमें इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ कुछ भी नहीं है। यह बहुत ही पुराना गाना है, जिसे सभी समुदायों द्वारा गाया जाता है।' 
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