सूरज पंचोली को बचा रहे आदित्य ठाकरे ?
सुशांत के फैन्स ने सोशल मीडिया और यूट्यूब पर वायरल किये ऐसे आरोपों के वीडियो और पोस्ट
- सुशांत के फैन्स ने सोशल मीडिया और यूट्यूब पर वायरल किये ऐसे आरोपों के वीडियो और पोस्ट
- सीबीआई जांच न कराने की जिद से भी उठ रहे राज्य सरकार की नीयत पर सवाल
सुशांत सिंह राजपूत के मामले में सीबीआई जांच न कराने पर अड़ी महाराष्ट्र सरकार का रवैया सरकार के मुखिया ठाकरे परिवार पर भी कई सवाल खड़े कर रहा है। यूट्यूब और सोशल मीडिया पर तमाम ऐसी जानकारियां सुशान्त के फैन्स लगातार शेयर कर रहे हैं, जिसमें आदित्य ठाकरे पर भी इस मामले से कहीं न कहीं जुड़े होने के आरोप लग रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि आदित्य ठाकरे की गहरी दोस्ती फ़िल्म अभिनेत्री दिशा पाटनी से है, जो कि सुशांत की भी बेहद अच्छी दोस्त रही हैं। दिशा ने सुशांत के साथ धोनी पर बनी उनकी सुपरहिट फ़िल्म में भी काम किया है। इसके अलावा, आदित्य ठाकरे के सबंध सूरज पंचोली से भी बताए जा रहे हैं। यूट्यूब पर जो वीडियो वायरल हैं, उनमें तो यहां तक दावा किया जा रहा है कि सुशांत की मौत की पिछली रात खुद आदित्य ठाकरे भी सुशांत के घर पर गए थे। इन्हीं वीडियो में यह भी दावा किया जा रहा है कि सुशान्त ने अपनी मौत से पहले जो पार्टी आयोजित की थी, उसमें सूरज पंचोली और उसका वह कुख्यात दोस्त इम्तियाज खत्री भी शामिल था, जो सूरज पंचोली के साथ ही सार्वजनिक कार्यक्रमों में आदित्य ठाकरे के साथ नजर आता रहा है।
एक और वीडियो सुशांत के फैन्स वायरल कर चुके हैं, जिसमें इम्तियाज खत्री सुशांत को बेहद बदतमीजी भरे अंदाज में धक्का देकर कार में अपने साथ कहीं ले जाता दिख रहा है। इम्तियाज खत्री पेशे से बिल्डर है लेकिन सूरज पंचोली, करण जौहर, सलमान खान और भट्ट परिवार से उसके बेहद करीबी रिश्ते हैं।
सुशांत के फैन्स यूट्यूब और सोशल मीडिया पर सुशांत की हत्या की जो थ्योरी वायरल कर चुके हैं, उसके मुताबिक सूरज और इम्तियाज से ही पार्टी में हुए झगड़े के बाद सुशांत की हत्या की गई और फिर संदीप, नौकर और सुशान्त की बहन की मदद से सुबूत मिटवाकर उसे आत्महत्या साबित कर दिया गया। फिर राज्य सरकार के दबाव में पुलिस ने भी इसे यही रंग देकर अपनी जांच बढ़ा दी। फैन्स का आरोप यह भी है कि कूपर हस्पताल में हुए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट भी राजनीतिक दबाव में आत्महत्या की बनाई गई है।
बहरहाल, यह सभी दावे या थ्योरी कितनी सच हैं या नहीं, इसका पता लगा पाना आसान नहीं है। लेकिन एक बात जो साफ दिख रही है और सभी को खटक भी रही है, वह यह कि आखिर सुशांत के करोड़ों फैन्स की इतनी जोरदार मांग, मीडिया और राजनीतिक हलकों में इतने हो-हल्ले के बावजूद आखिर शिव सेना सरकार सीबीआई जांच को लेकर चुप्पी क्यों साधे है? आखिर किसको बचाने के लिए पुलिस जांच पर ही अड़े रहने का फैसला सरकार ने किया है?