Jiah Khan Suicide Case : जिया खान सुसाइड केस में सूरज पंचोली बरी, 10 लंबे दर्दनाक साल का छलका दर्द
जिया खान 3 जून, 2013 को अपने घर में मृत पाई गई थीं। जिसके बाद आदित्य पंचोली के बेटे अभिनेता सूरज पंचोली पर जिया खान को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप था।
Sooraj Pancholi on Jiah Khan Case: मुंबई में एक विशेष सीबीआई अदालत शुक्रवार 28 अप्रैल को एक्ट्रेस जिया खान की आत्महत्या के मामले में अपना फैसला सुनाया। जिसमें आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपी सूरज पंचोली को बरी कर दिया गया है। इस फैसले के आने के बाद सूरज पंचोली के करीबी और परिवार के लोगों में काफी खुशी का माहौल है। वहीं अब सूरज ने भी इन बीते 10 सालों के दर्द को बयां किया है। सूरज ने बताया है कि बीते 10 साल उनके लिए कितने मुश्किल थे और इस फैसले ने उनकी जिंदगी में सब कुछ बदल दिया है।
सूरज पंचोली ने सुनाई आपबीती
सूरज पंचोली ने जो बयान जारी किया है उसमें उन्होंने कम शब्दों में अपने दिल की बात कही है। उन्होंने अपने इस अधिकारिक बयान में कहा है, "फैसले के इंतजार ने 10 लंबे दर्दनाक साल और रातों की नींद हराम कर दी थीं, लेकिन आज मैंने न केवल अपने खिलाफ यह केस जीता है बल्कि मैंने अपनी गरिमा और आत्मविश्वास भी वापस जीत लिया है, इस तरह के जघन्य आरोपों के साथ दुनिया का सामना करने के लिए बहुत साहस की जरूरत है।"
10 साल कौन लौटाएगा?
इसके आगे सूरज ने कहा, "मैं ईश्वर से आशा और प्रार्थना करता हूं कि इतनी कम उम्र में जो कुछ मैंने झेला है, मुझे नहीं पता कि मुझे मेरे जीवन के ये 10 साल कौन लौटाएगा, लेकिन मुझे खुशी है कि यह फैसला आखिरकार आ गया है। न केवल मेरे लिए बल्कि विशेष रूप से मेरे परिवार के लिए एक बुरे दौर का अंत। इस दुनिया में शांति से बड़ा कुछ भी नहीं है।"
बता दें जिया खान 3 जून, 2013 को अपने घर में मृत पाई गई थीं। जिसके बाद आदित्य पंचोली के बेटे अभिनेता सूरज पंचोली पर जिया खान को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप था। यह आरोप जिया की मां ने लगाया था। जिया भी अपने सुसाइड नोट में काफी कुछ लिखकर गई थीं। वहीं कोर्ट ने आज अपना फैसला सुनाते हुए सूरज पंचोली को बरी कर दिया है। बता दें मुंबई में विशेष सीबीआई अदालत के न्यायाधीश एएस सैय्यद ने कहा सबूतों की कमी के कारण, यह अदालत आपको (सूरज पंचोली) को दोषी नहीं ठहरा सकती, इसलिए बरी किया जाता है।