रिया और उसके ड्रग्स सिंडीकेट से पीछा छुड़ाने के चलते हुआ मर्डर!
- मौत के एक महीने पहले बहन प्रियंका को अपने बैंक अकाउंट और संपत्ति का नॉमिनी बनाया था
-रिया के और घर के बढ़ते खर्चे को लगभग पूरी तरह से रोक कर सुशांत महज 30 हजार रूपए महीने पर सीमित करने को कह रहा था
- मौत के एक महीने पहले बहन प्रियंका को अपने बैंक अकाउंट और संपत्ति का नॉमिनी बनाया था
-रिया और उसके परिवार को जब यह बताया कि फिल्में छोड़कर वह कुर्ग में ऑर्गेनिक खेती करेगा और ट्रस्ट बनाकर अपनी सारी संपत्ति उसी में डाल देगा तो एक फोन रेकॉर्डिंग्स से पता चला कि रिया, उसके पिता और श्रुति मोदी ने सुशांत पर दबाव डाल कर कहा कि सैमुएल मिरांदा, श्रुति, रिया, रिया के पिता को उसका ट्रस्टी बनाया जाए
-रिया और उसके पिता के दबाव के बावजूद डिप्रेशन की दवाई खाना छोड़ दी थी
- रिया से पिंड छुड़ाने की सुशांत की बढ़ती कोशिश और अपने परिवार से फिर बढ़ती नजदीकी के साथ साथ फिल्में छोड़कर कहीं और बसने की बात करना बन गया रिया से झगड़े की वजह, लिहाजा अभी तक सुशांत व उसकी धन संपत्ति को कंट्रोल कर रही रिया ने अपने अंधकारमय भविष्य को देखकर सुशांत का घर गुस्से में छोड़ दिया
- आठ जून की रात को दिशा की मौत एक पार्टी में हुई तो सुशांत परेशान हुआ क्योंकि संभवतः दिशा की मौत में रिया, उसके भाई के साथ साथ ड्रग्स सिंडीकेट का हाथ होने का डर सुशांत को सताने लगा
- रिया ने डेटा डिलीट करवाया तो सुशांत ने संभवतः प्रेस कांफ्रेंस करके रिया और उसके भाई के ड्रग सिंडीकेट से जुड़े होने व दिशा की मौत के तार इसी ड्रग सिंडीकेट से होने का खुलासा करने की बात कही
-मौत के महज एक दिन पहले तक फिल्में साइन कर रहा था और साथ ही मौत से महज कुछ देर पहले तक कुर्ग में जमीन खरीदने के लिए गूगल में सर्च कर रहा था यानी आत्महत्या नहीं बल्कि रिया से पिंड छुड़ा कर उज्ज्वल भविष्य की तैयारी में जुटा था
- फिर दुनिया के सामने अचानक ही डिप्रेशन से सुशांत के आत्महत्या कर लेने की खबर आ गई
- रिया, महेश भट्ट, मुंबई पुलिस कमिश्नर, गृह मंत्री और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पहले दिन ही इसे डिप्रेशन से हुई आत्महत्या बताकर 70 दिन तक कोई FIR दर्ज नहीं होने दी. फिर ऐसी जांच की कि न तो संदिग्धों से पूछताछ की, न क्राइम सीन सील किया, न पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सही बनी. बिहार पुलिस और सीबीआई को भी जांच से रोकने के लिए पूरी ताकत लगा दी.
- सीबीआई जांच होते ही ड्रग एंगल सामने आया तो श्रुति मोदी के वकील ने आरोप लगाया कि मुंबई में ड्रग सप्लाई का किंगपिन इम्तियाज खत्री है, जो कहीं न कहीं से रिया और उसके भाई से जुड़ा है.
- बाद में सोशल मीडिया से यह जानकारी आई कि सुशांत के घर वाले इलाके बांद्रा में ही रहने वाला इम्तियाज खत्री बांद्रा बॉय के नाम से चर्चित राहुल कनाल का खास है. राहुल कनाल सलमान खान का घोषित परम भक्त है और आदित्य ठाकरे का सबसे विश्वस्त सिपहसलार माना जाता है. इम्तियाज खत्री की गहरी दोस्ती सूरज पंचोली से भी है, जिनके चलते सलमान खान और सुशांत की गहरी दुश्मनी शुरू होने की खबरें सभी को पता हैं.
- अगर उपरोक्त घटनाक्रम को देखें तो क्या ऐसा शक नहीं उठेगा कि अपने हाथ से सोने का अंडा देने वाली मुर्गी को निकलते देख और उसी मुर्गी के अंडों यानी सुशांत के पैसों से ड्रग रैकेट चला रही रिया ने ड्रग सिंडीकेट के सरगना इम्तियाज खत्री का सहारा लेकर अपने ही रखवाए स्टाफ की मदद से बीच मझधार में छोड़ कर उसका भविष्य अंधकारमय कर देने का सुशांत से बदला ले लिया ? और इसे आत्महत्या का रूप देकर डिप्रेशन से जोड़ दिया. यह भी शक तो गहराएगा ही कि चूंकि इम्तियाज खत्री घोषित रूप से राहुल कनाल / सलमान खान के माध्यम से सीधा आदित्य ठाकरे से जुड़ा है इसलिए मुंबई पुलिस कमिश्नर व गृह मंत्री भी ठाकरे के इशारे पर मामले की जांच नहीं होने दे रहे.
-यहां एक और दिलचस्प जानकारी भी है कि 13 जून को आदित्य ठाकरे का जन्मदिन भी था. सुशांत की मौत होते ही पुलिस के हवाले से उसे सूसाइड बताने की खबरों के साथ सभी मीडिया संस्थानों ने एक खबर और दी थी... वह यह कि सुशांत एक रात पहले यानी 13 जून की रात को अपने घर किसी पार्टी से लौटे थे... और उनके घर पर कुछ दोस्त भी रुके थे. पुलिस के हवाले से यह भी कहा गया था उन्हीं खबरों में कि रात में देर तक पार्टी चलती रही, जिसके हल्ले गुल्ले की आवाजें पड़ोसियों ने भी सुनीं और इसी पार्टी के दौरान सुशांत ने रात दो- तीन बजे रिया और अपने दोस्त महेश शेट्टी को फोन भी किया, जो कि नहीं उठा. जबकि एक पड़ोसी ने कहा कि उस रात सुशांत के घर की सारी लाइट्स 10 बजे ही बंद हो गई थीं.