पता नहीं कैसे लोग हैं? सोनू सूद से सवाल करने वालो कभी अपने सांसद और विधायक से भी सवाल करो?
सोनू सूद या कोई भी अगर काम कर रहा है; तो कुछ लोग इस पर प्रश्न चिह्न लगाते हैं कि उतना भी काम नहीं किया...फलाँ काम किया ही नहीं। किसी के लिए यह कहना बहुत आसान है कि जितना प्रचारित हुआ उससे कम किया है। बोलने में क्या जाता है? बस, सवाल उन पर नहीं उठाना है, जिन पर उठाना था।
इस पर सवाल उठ रहे हैं कि सोनू सूद ने श्रीगंगानगर के लिए ब्लैक फंगस की दवाई किस फ्लाइट से और कैसे भेजी? भाई, थोड़ा अपने MP, MLA, मंत्री, संतरी से भी पूछ लेते कि उन्होंने क्या किया? अधिकांश अपने बिल में छुपे हैं।
मनोविज्ञान मानता है कि यह ईर्ष्यालु मन की पहचान है कि किसीकी अच्छाई पर प्रश्नचिन्ह लगा दें। सोनू सूद हों या हम जैसे मिड्ल क्लास के लोग...मेरी विनम्र सम्मति में अगर कोई अपने सामर्थ्य से अधिक कर रहा है, तो उसे क्रेडिट मिले जिससे दूसरे भी प्रेरित हों। भाई, कोई निःस्वार्थ कुछ कर रहा है, आपको इतनी जलन क्यों हो रही है? आप भी कीजिए मदद!
पौड़ी गढ़वाल का एक छोटा सा दुकानदार संजय रावत, जो गाँव में संक्रमण फैलने पर सबके घर मुफ़्त राशन भिजवा देता है, अपने हज़ारों की मदद के लिए ही स्तुत्य है, किसी सेलिब्रिटी द्वारा लाखों की मदद बाँटने से।
सोनू सूद ने सिने जगत् को और उद्योग जगत् को आईना दिखाया है। उनसे बड़े बड़े नामों ने क्या किया?
हद है भाई? जो अच्छा कर रहा है, उसकी अच्छाई पर सवाल खड़ा कर तुम उससे अच्छे नहीं हो सकते!
#जय_हिंद #सोनू_सूद आपका ही, कमलेश कमल