मंच टूटा पर कम नहीं हुआ जोश, राकेश टिकैत ने भरी हुंकार, गिरफ्तार किसानों को रिहा करे सरकार
हरियाणा के जींद जिले के कंडेला में किसान महापंचायत के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने तीनों कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार को ललकारा। उन्होंने कहा कि अभी तो सिर्फ तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की बात किसान कह रहे हैं, यदि गद्दी वापस करने की की मांग करने लगेंगे, तब क्या होगा। उन्होंने कहा यह साल युवा क्रांति का वर्ष है।
कंडेला में बुधवार को किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को सुनने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। खापों के प्रतिनिधि भी इस महापंचायत में शामिल हुए और किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया।
राकेश ने जींद किसान महापंचायत में कहा तीनों कृषि कानून वापस हो एमएसपी को कानून बनाया जाए गिरफ्तार किसानों को रिहा किया जाए स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू किया जाए किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस हो।
मंच टूटा पर कम नहीं हुआ जोश
कंडेला में सभा स्थल पर ही नहीं, इसके बाहर भी भारी हुजूम जमा रहा। इनमें महिलाएं भी बड़ी तादाद में शामिल हुईं। यहां पर कार्यक्रम के दौरान मंच टूटने से थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी जरूर मच गई पर इसके बाद कार्यक्रम उसी जोशो खरोश के साथ जारी रहा। हालांकि मंच टूटने से किसी को गंभीर चोट नहीं आई है।
महापंचायत में पहुंचे किसानों और किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे लोगों ने बड़े गौर से राकेश टिकैत को सुना और उनके समर्थन में हुंकार भरी। राकेश टिकैत ने कहा कि किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के साथ एमएसपी पर फसल खरीद की गारंटी भी मांग रहा है। केंद्र सरकार को किसानों की मांगों को पूरा करना होगा।