पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध(सेक्स) बनाने के बाद, ज़रूर करें ये 5 काम!
सेक्स एक ऐसा शब्द है जो भी सुनता है वो अंदर ही अंदर कोई खुश हो जाता है तो किसी का पारा सातवें आसमान पर चला जा है। इंसानों के बीच जिस्मानी रिश्तों का मसला बहुत ही पेचीदा है। इसको साधारण तरीके से समझ पाना या बता पाना बेहद मुश्किल है। दुनिया में जितने तरह के लोग हैं, उतनी ही तरह की उनकी जिस्मानी ख्वाहिशें।
सेक्स एक ऐसा शब्द है जो भी सुनता है वो अंदर ही अंदर कोई खुश हो जाता है तो किसी का पारा सातवें आसमान पर चला जा है। इंसानों के बीच जिस्मानी रिश्तों का मसला बहुत ही पेचीदा है। इसको साधारण तरीके से समझ पाना या बता पाना बेहद मुश्किल है। दुनिया में जितने तरह के लोग हैं, उतनी ही तरह की उनकी जिस्मानी ख्वाहिशें। उनसे भी ज्यादा उनकी सेक्स को लेकर उम्मीदें और कल्पनाएं। हर देश, हर इलाके यहां तक कि हर इंसान की शारीरिक रिश्तों को लेकर चाह एकदम अलग होती है।
अब जो मामला इतना पेचीदा हो उसमें सामान्य यौन संबंध क्या है, ये बताना और भी मुश्किल है। सेक्स के बारे में लोगों की पसंद का दायरा इतना अलग-अलग और बड़ा है कि पक्के तौर पर किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सकता। सेक्स के बाद ज़्यादातर लोग क्या करते हैं? अलग-अलग सर्वे में यह बात सामने आई है कि जहां महिलाएं आफ़्टर प्ले और पार्टनर द्वारा पैम्पर किए जाने की उम्मीद में पार्टनर की बांहों में खोना और सोना पसंद करती हैं, वहीं पुरुष सेक्स के तुरंत बाद बेफ़िक्र होकर खर्राटे लेने लगते हैं. पर विज्ञान कहता है कि आपको सेक्स के बाद बिस्तर में अलसाने या नींद की आगोश में चले जाने के बजाय कुछ ज़रूरी बातों पर ध्यान देना चाहिए. तो आइए, विज्ञान के अनुसार सेक्स के तुरंत बाद क्या और क्यों करना चाहिए समझने की कोशिश करते हैं।
विज्ञान के अनुसार आपका पहला काम: तुरंत बाथरूम जाएं और यूरीनरी ब्लैडर ख़ाली करें
सेक्स के बाद बाथरूम जाकर पेशाब करना सबसे पहला काम होना चाहिए. सेक्स के बाद यह काम करने से महिलाओं को यूरीनरी ट्रैक्ट इन्फ़ेक्शन (यूटीआई) की संभावना काफ़ी हद तक कम हो जाती है. इसका विज्ञान यह है कि सेक्स के बाद यूरिनेशन से वेजाइना के अंदर के बैक्टीरिया पनपने के चांसेस कम हो जाते हैं. वैसे तो वेजाइना के लूब्रिकेशन में अपने ख़ुद के अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जो इन्फ़ेक्शन्स से लड़ने में मददगार होते हैं, पर यदि आप अपनी ओर से यह काम कर लेंगी तो यूरीनरी ट्रैक्ट इन्फ़ेक्शन से आपका बचाव और पुख़्ता हो जाएगा.
विज्ञान के अनुसार आपका दूसरा काम: प्राइवेट पार्ट्स को झटपट क्लीन करें
यदि आप अंतरंग पलों का आनंद लेने के बाद तुरंत निढाल होकर सो जाते हैं तो अपनी इस आदत को बदलें. सेक्स के दौरान प्राइवेट पार्ट पसीना, लूब्रिकेंट और सलाइवा के चलते कई तरह के बैक्टीरिया की ऐशगाह बन जाता है. ऐसे में आप बिना उसकी साफ़-सफ़ाई किए सो जाएंगे तो शर्तिया यीस्ट इन्फ़ेक्शन को न्यौता देंगे, क्योंकि नमी के कारण प्राइवेट पार्ट उनकी ग्रोथ के लिए मुफ़ीद जगह बन जाता है. तो आप करें यह कि किसी सूखे कपड़े से प्राइवेट पार्ट को पोंछ लें या पहले पानी से धोकर सुखा लें. आपका यह क़दम आपको प्राइवेट पार्ट्स के आसपास होनेवाले दाद और खुजली से बचाएगा. पार्टनर को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करें.
विज्ञान के अनुसार आपका तीसरा काम: थोड़ा क्रैनबेरी जूस पिएं
कई विदेशी जर्नल्स में इस तरीक़े के बारे में बताया गया है. उन जर्नल्स में अलग-अलग शोधों का हवाला देते हुए यह कहा गया है कि सेक्स के बाद क्रैनबेरी जूस पीने से यूटीआई के चांसेस काफ़ी हद तक घट जाते हैं. यह जूस बैक्टीरिया से लड़ने में मददगार है. इसका वैज्ञानिक कारण यह है जब हम क्रैनबेरी जूस पीते हैं तब यह हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम में विघटित होने के बजाय सीधे हमारे यूरीनरी ट्रैक्ट में पहुंचता है. वहां पहुंकर ब्लैडर की दीवार या रास्ते में जमा किसी भी तरह के बैक्टीरिया को मार भगाता है.
वैसे यह ज़रूरी नहीं कि केवल सेक्स के बाद ही क्रैनबेरी जूस पीने से इसके फ़ायदे मिलते हैं. कई शोधों में यह पाया गया है कि रोज़ाना 240 मिली क्रैनबेरी जूस पीने से महिलाओं को यूटीआई से राहत मिलती है.
विज्ञान के अनुसार आपका चौथा काम: अंडरवियर को निकाल फेंकें
सेक्स के बाद अंडरवियर न पहनने की विज्ञान की सलाह का फ़ंडा एकदम सिम्पल है उसका कारण मॉइस्चर से जुड़ा है. दरअस्ल, जब हम टाइट अंडरवियर पहनते हैं तब प्राइवेट पार्ट्स के आसपास पसीना अधिक होता है. मॉइस्चर बढ़ने से बैक्टीरिया पनपने की संभावना बढ़ जाती है. इससे बचने का सबसे सिम्पल तरीक़ा है अंडरवियर के बिना सोना. यदि आप इस तरह सोने में सहज महसूस न कर रही हों तो चादर ओढ़कर सोएं या फिर कॉटन अंडरवियर या लूज़ फ़िटिंग वाला पजामा पहनें.
विज्ञान के अनुसार आपका पांचवां काम: कॉन्डम चेक कर लें
सुरक्षित सेक्स संबंध बनाने के लिए कॉन्डम सबसे सुविधाजनक विकल्प है. आपने सुरक्षा तो अपना ली, पर इसकी जांच भी उतनी ही ज़रूरी है. सेक्स के बाद आप और पार्टनर यह सुनिश्चित कर लें कि कहीं कॉन्डम फट तो नहीं गया था. बेशक कॉन्डम के फटने की घटनाएं उतनी कॉमन नहीं हैं, पर ऐसा होता है. कॉन्डम फटने की स्थिति में पहला ख़तरा एस.टीडी की होता है और दूसरा होता अन्वॉनटेड प्रेग्नेंसी का. ज़ाहिर है बेहतरीन पलों का आनंद लेने के बाद आप ये अनचाहे सौगात तो नहीं ही लेना चाहेंगे.
आपको लग सकता है कि सेक्स के इतने आनंददायक अनुभव के बाद बजाय पार्टनर की बांहों में सुकून से सोने के इन कामों में समय क्यों वेस्ट किया जाए? यक़ीन मानिए इनमें आपको बमुश्क़िल पांच मिनट लगेंगे, उसके बाद तो आपको पार्टनर के साथ लिपटकर सोना ही है. बेहतर सेक्शुअल हेल्थ के लिए पांच मिनट बिल्कुल भी ज़्यादा नहीं हैं.