भारतीय समाज में अभी कुछ सालों से शादी के बाद हनीमून पर जाना एक नया ट्रेंड बन गया है। शादी के बाद हर एक कपल हनीमून पर जाता है। बस इसकी जगह और तरीका अलग होता है लड़के-लड़कियां शादी करने के बाद हनीमून पर जाने के लिए सबसे ज्यादा उत्साहित होते हैं। और वे शादी फिक्स होते ही हनीमून मानाने के सपने देखने लगते हैं कपल्स महीनों पहले से ही हनीमून पर जाने की प्लानिंग में लग जाते हैं और बहुत सारी शॉपिंग और तैयारी करते हैं। आइये जानते हैं कि क्या कारण है कि हनीमून का समय आपके वैवाहिक जीवन का सबसे खुशनुमा समय होता है?
- बेइंतहा और असीम रोमांस- इस समय आपमें एक जुनून होता है. रात और दिन बस रोमांस. हर चीज आपके माहौल को रोमांटिक बना देती है।
-शुद्ध प्यार और लगाव- इस समय आपको कुछ ऐसी फीलिंग आती है "लबो को लबो पे सजाओ ". इस समय आप अपने पार्टनर के साथ प्यार में ऊपर से नीचे तक पूरा सरोबार हो जाते हो. 'वह कितना हैंडसम है' या 'वह कितनी सुंदर है' यह विचार आपके मन में आता है और आप उन्हें अपना दिल दे बैठते हैं.
-एक दूसरे के साथ पूरी सहमति- हाँ, यह सही है. हनीमून के दौरान आप एक दूसरे से पूरी तरह सहमत होते हैं. चाहे खाने का मेन्यू चुनना हो, बिस्तर पर किधर सोना है यह निर्णय लेना हो, कोई प्लान बदलना हो या फिर कुछ भी, एक पार्टनर जो कहता है दूसरा उसका पूरा समर्थन करता है. लेकिन इस समय के बाद शायद आपकी सहमति कब असहमति में बादल जाएगी पता ही नहीं चलेगा.
-कोई लड़ाई-झगड़ा नहीं- इस बात पर अगर गौर करें तो आपकी शादीशुदा जिंदगी में इससे अच्छा समय नहीं आएगा. यही वह समय है जब आप एक दूसरे से वास्तविक रूप से नहीं लड़ते, और यदि कोई असहमति या संदेह भी होता है तो प्यार से सुलझा लेते हैं. आप अगर थोड़ा बहुत लड़ भी लेते हैं तो थोड़ी देर बाद ही हंस पड़ते हैं कि कितनी बेकार सी चीज पर हम झगड़ रहे हैं. और इससे भी रोमांस बढ़ता है. और जब यह हनीमून का समय खत्म होता है तो सारे नियम ताक पर रखकर, सारी सीमाएं लांघकर आप ना जाने किन-किन चीजों पर लड़ते हैं, और कभी-कभी तो रात भी लड़ते हुये ही कटती है.