लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद एक बार फिर पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का दर्द झलका है| सिंधिया ग्वालियर चम्बल के लम्बे दौरे पर हैं और अलग अलग जिलों के दौरे कर रहे हैं| इस बीच शिवपुरी में सिंधिया लोगों के बीच में भावुक हो गए। सिंधिया ने कहा कि जो नतीजे आए हैं, उससे मेरे दिल में चोट तो है ही, पर संबंध भी है।
अब हाथ भी मेरे बंधे हैं लेकिन जनता नहीं मान रही है। फिर भी मैं आपलोगों के लिए जितना संभव है मैं कर रहा हूं। सिंधिया लगातार दौरे कर कार्यकर्ताओं, पार्टी पदाधिकारियों से मुलाकात कर रहे हैं| कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान वे सरकार पर भी सवाल उठा रहे हैं। शिवपुरी में लोगों से मिलते हुए सिंधिया ने कहा कि जो नतीजे आए हैं, उससे मेरे दिल में चोट तो है ही, पर संबंध भी है। इसलिए अशोकनगर में जब अतिवृष्टि और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई, या फिर कोई घटना घटी हो, इन सब में आपके लिए जो कुछ भी मैं कर सकता हूं, जो मेरी हैसियत है। उस हिसाब से मैं आपके लिए कोशिश कर रहा हूं।
इस दौरान सिंधिया भावुक दिखे, उन्होंने कहा आप मेरी तरफ से मदद में कोई कमी नहीं पाओगे। मेरा कोई आपलोगों से लेन देन का तो रिश्ता है नहीं, आपसे तो ह्रदय का संबंध है। सुख में भले ही मैं आपलोगों के साथ न रहूं लेकिन दुख में मैं हमेशा आपलोगों के साथ रहूंगा। सिंधिया बोले जो मैं कहता हूं, वो करके दिखाऊंगा। कुछ भी होता है तो पहले मैं अशोकनगर ही आता हूं, बाढ़ के दौरान भी पहले अशोकनगर आया, उसके बाद मंदसौर, नीमच, रतलाम, मुरैना और बाकी जगह गया हूं। भावुक होकर सिंधिया ने कहा अब हाथ भी मेरे बंधे हैं लेकिन जनता नहीं मान रही है। फिर भी मैं आपलोगों के लिए जितना संभव है मैं कर रहा हूं।