कुमार विश्वास ने मध्यप्रदेश में विजय दिवस पर किया ऐसा काम, जो फिर बनेगी मिशाल!
भोपाल. भोपाल के रविंद्र भवन में विजय दिवस पर संस्कृति विभाग ने अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया. सम्मेलन शुरू ही हुआ था और इस बीच कुछ ऐसा हुआ, जिसने शासन-प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए.दरअसल, जिस जगह पर माननीय बैठे हुए थे उसी लाइन में एक बच्चा पॉपकॉर्न बेच रहा था.
बच्चे को देखने के बावजूद न ही माननीयों और ना ही प्रशासन के किसी अधिकारी ने उसे रोकने की कोशिश की. लेकिन मंच संचालन कर रहे हैं कवि कुमार विश्वास की नजर उस पर पड़ गयी.उन्होंने कविता पाठ कर रहे कवि को बीच में ही रोका और पूरी सभा का ध्यान उस बाल श्रम कर रहे उस बच्चे की ओर दिलाया.
बच्चे की मदद की अपील
कवि सम्मेलन के दौरान संस्कृति मंत्री विजय लक्ष्मी साधो दर्शक दीर्घा की पहली लाइन में बैठी थीं.उनके साथ कई प्रशासनिक अधिकारी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी अपनी पत्नी के साथ मौजूद थे.उसी लाइन में एक बच्चा हाथ में थैला लिए पॉपकॉर्न बेच रहा था. लेकिन किसी का ध्यान इस बाल श्रमिक पर नहीं था. मंच का संचालन कर रहे कवि कुमार विश्वास की नज़र जैसे ही उस पर पड़ी उन्होंने तत्काल बच्चे को आवाज़ लगायी और उसे रोका. उन्होंने कहा सरकार यहां पर बैठी है और बच्चा अपनी गुजर बसर के लिए सामान बेच रहा है ये ठीक नहीं. उसे रोको और सरकार बच्चे की मदद करे.
कवि की पहल अधूरी रह गयी
इस बीच मंच पर कविता पाठ कर रहे कवि ने बच्चे से उसका पूरा पॉपकॉर्न खरीदने की इच्छा जताई. लेकिन कुमार विश्वास ने उन्हें मना कर दिया. कुमार विश्वास के मंच से बोलने पर कर्मचारी हरकत में आए और उस बच्चे को अपने साथ ले गए. इस कवि सम्मेलन में कुमार विश्वास, राहत इंदौर, कविता तिवारी, रासबिहारी गोड़, संपत सरल, रमेश मुस्कान, व्ही पी सिंह समेत कई कवि मौजूद थे.