कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी के साथ-साथ मध्यप्रदेश की छिंदवाड़ा और महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ने के संकेत मिल रहे हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक राहुल के लिए सुरक्षित सीटें तलाश की जा रही है, जिसमें कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा को सबसे उपयुक्त माना जा रहा है। गौरतलब है कि अमेठी में राहुल केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से पिछला चुनाव महज एक लाख मतों के अंतर से ही जीत पाए थे, जबकि इससे पहले यहां उन्हें लगभग तीन लाख मतों से जीत मिलती रही है।
पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने कमलनाथ को अपना तीसरा पुत्र बताते हुए 1980 में छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा था। कमलनाथ उसके बाद से यहां अजेय साबित हुए हैं। वे यहां से 10 बार लोकसभा का चुनाव जीते हैं। उनकी पत्नी अलकानाथ 1996 में छिंदवाड़ा से जीती थीं। पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा ने कमलनाथ को सिर्फ एक बार 1997 में हराया था, लेकिन भाजपा के प्रहलाद पटेल, सुंदरलाल पटवा और चौधरी चंद्रभान सिंह जैसे दिग्गज छिंदवाड़ा में धूल चाट चुके हैं। कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी मंशा है कि राहुल गांधी को छिंदवाड़ा सीट से चुनाव लड़ाया जाए।
भोपाल में अब करीना के बाद प्रियंका की उठी मांग
भोपाल लोकसभा सीट से किसी हाईप्रोफाइल नेता को टिकट देने की कांग्रेसियों की मांग लगातार जारी है। करीना कपूर के बाद अब प्रियंका गांधी को उम्मीदवार बनाने की मांग के पोस्टर राजधानी में लगे हैं। कांग्रेस नेता प्रशांत गुरुदेव और उदयवीर सिंह ने यह मांग उठाई है। गौरतलब है कि अमेठी में राहुल केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से पिछला चुनाव महज एक लाख मतों के अंतर से ही जीत पाए थे, जबकि इससे पहले यहां उन्हें लगभग तीन लाख मतों से जीत मिलती रही है।
वहीँ प्रदेश कांग्रेस संगठन महामंत्री चंद्रप्रभाष शेखर ने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका को खुद निर्णय करना है कि वे कहां से चुनाव लड़ें। वे जहां से चाहेंगे वहां से चुनाव लड़ सकते हैं। जहां तक राहुल की छिंदवाड़ा से लडऩे की बात है, तो यह राहुल और कमलनाथ के स्तर का मामला है।