मध्य प्रदेश की सियासी उठापटक के बीच राज्यसभा चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस ने गुजरात में एहतियातन कदम अभी से उठाने शुरू कर दिए हैं. शनिवार को गुजरात के कई कांग्रेस विधायक जयपुर के लिए रवाना कर दिए गए. गुजरात में राज्य सभा की 4 सीटें खाली हो रही हैं. बीजेपी ने राज्यसभा के लिए अपने तीन उम्मीदवार उतारे हैं जबकि कांग्रेस ने सिर्फ दो उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है. ऐसे में चार राज्य सभा सीटों के लिए पांच प्रत्याशियों के ताल ठोकने से चुनाव कराने की नौबत हो गई है.
इन विधायकों को भेजा गया जयपुर
अपनी दोनों सीटें पुख्ता करने के लिए कांग्रेस ने शनिवार को अपने कुछ विधायकों को जयपुर शिफ्ट कर दिया है. कांग्रेस ने जिन विधायकों को जयपुर रवाना किया है उनमें हर्षद रिबदिया, बलदेवजी ठाकोर, जिनीबेन ठाकोर, हिम्मत सिंह पटेल, नाथाभाई पटेल, राजेश गोहिल, चिराग कांकरिया, लाखाभाई भारवाड, पूनम परमार, अजित सिंह, ऋत्विक मकवाना, इंद्रजीत सिंह ठाकोर, चंदनजी ठाकोर और प्रद्युम्न सिंह जडेजा शामिल हैं.
कांग्रेस को इस वजह से है क्रॉस वोटिंग का डर
गुजरात की चार राज्यसभा सीटों पर 26 मार्च को होने वाला चुनाव काफी दिलचस्प होता जा रहा है. बीजेपी की ओर से राज्यसभा के लिए अभय भारद्वाज और रमीवा बेन बारा के साथ तीसरे कैंडिडेट के तौर पर नरहरि अमीन को उतारा गया है. वहीं, कांग्रेस की ओर से राज्यसभा के लिए शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी कैंडिडेट बनाए गए हैं. यही वजह है कि कांग्रेस को विधायकों की क्रॉस वोटिंग का डर सताने लगा है.
बीजेपी ने बढ़ाई कांग्रेस की धड़कन
बता दें कि गुजरात की जिन चार राज्यसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, उनमें से तीन सीटें बीजेपी और एक सीट कांग्रेस के पास है. मौजूदा विधायकों के आंकड़ों के लिहाज से दोनों पार्टियों के खाते में दो-दो सीटों के मिलने के समीकरण बन रहे थे, लेकिन बीजेपी ने अपना तीसरा कैंडिडेट उतारकर मुकाबले को काफी दिलचस्प बना दिया है.
गुजरात में ऐसा है वोटों का समीकरण
गुजरात में 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सीटें बढ़ने और बीजेपी की घटने से राज्यसभा सीटों के समीकरण भी बदले हैं. गुजरात विधानसभा की कुल 182 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से दो सीटें फिलहाल रिक्त हैं. इस तरह कुल संख्या 180 है. ऐसे में गुजरात में राज्यसभा की एक सीट पर जीतने के लिए प्रथम वरीयता के लिए 37 वोट चाहिए.
कांग्रेस-BJP को है इतने विधायकों की जरूरत
गुजरात में मौजूदा समय में बीजेपी के पास 103 विधायक हैं जबकि एनसीपी से एक और बीटीपी के 2 विधायक हैं. वहीं, कांग्रेस के पास 73 विधायकों और एक निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी हैं. कांग्रेस को अपनी दो राज्यसभा सीटें जीतने के लिए भी 74 विधायकों का वोट चाहिए.
वहीं, बीजेपी को अपनी तीनों राज्यसभा सीटें जीतने के लिए 111 विधायक चाहिए. ऐसे में बीजेपी को एनसीपी और बीटीपी के साथ कांग्रेस के 5 विधायकों का वोट हासिल करना है, जिसके चलते कांग्रेस को अपने विधायकों की क्रॉस वोटिंग का खतरा नजर आ रहा है.