आजकल मध्यप्रदेश में एक नया वायरस पैदा हो गया है ,इसका नाम है नेतारोना यह कोरोना से ज्यादा खतरनाक है, यह बीमारी केवल और केवल नेताओं को हो रही है ,उनकी याददाश्त इतनी कमजोर हो गई है की उनको याद ही नहीं रहता किस पार्टी से यह नेता ताल्लुक रखते हैं ,कल तक जिस पार्टी के कसीदे गाते थे , आज उस पार्टी को भला बुरा कह रहे हैं , कुछ नेता रूपी डॉक्टरों ने इसका इलाज ढूंढ लिया है।
नेतारोना पीड़ित ,नेताओं को हवाई जहाज से घुमाओ , दूसरे शहरों में छुपाओ और करोड़ों रुपयों का भोग लगाओ ।
जल्दी ठीक होंगे बेचारे यह नेतारोना पीड़ित। हमारे नेता कितने मासूम होते हैं, बच्चों की तरह , बच्चों को कोई भी अनजान आदमी टॉफी दिखाता है ,तो तुरंत बच्चे उनके पास पहुंच जाते हैं , और मुस्कुराते हुए अनजान आदमी से टॉफी ले लेते हैं ,ऐसे ही हमारे नेताओं को जब दूसरे दल के लोग नोटों के बंडल दिखाते हैं, मंत्री की कुर्सी का लालच देते हैं ,हमारे यह नेता सब भूलकर दूसरी पार्टी की गोद में जाकर बैठ जाते हैं, इसलिए किसी ने सही कहा है। मेरा देश महान 100 में से 99 नेता बेईमान।
चलो छोड़ो नेतारोना को, नेताओं को कुछ नहीं होता, वायरस इन से डरता है ,क्योंकि नेताओं की चमड़ी इतनी मोटी होती है की छोटे-मोटे वायरस इन पर असर नहीं करते हैं।
हम बात करते हैं, गरीब जनता की ,जिन के ऊपर तरह-तरह की मार पड़ रही है । जैसे महंगाई , बेरोजगारी, और अब बीमारी क्या करें गरीब आदमी अगर घर से कमाने के लिए नहीं निकलता तो घर में चूल्हा नहीं जलता, वह बीमारी से डरे या भूख से मरे उसकी मौत तो दोनों तरफ पक्की है , इसलिए मैं कोरोना के लिए कहता हूं
बंद हुआ दुनिया का सुख
चैन से सोना ।
क्योंकि पीछे पड़ गया
कोरोना।।
कोरोना है ,अत्यंत बौना । ।
कहां से आ गया यह निगोड़ा मारा कोरोना।।
कोरोना से डरे नहीं, सावधानी बरतें , मैं ऊपर वाले से प्रार्थना करता हूं ,हमारे देश से कोरोना का नामोनिशान खत्म हो जाए और हमारे देश के नेता ईमानदार हो जाए ।
मोहम्मद जावेद खान