मध्यप्रदेश के चर्चित विधानसभा की 28 सीटों के उपचुनाव में भाजपा ने फहराया जीत का परचम, कांग्रेस ने मानी हार
भोपाल: देश के चर्चित मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव में भाजपा ने जबरदस्त सफलता हासिल करते हुए मध्यप्रदेश में "शिव" "राज" कायम कर दिया। मध्यप्रदेश उपचुनाव शुरू से पूरे देश मे चर्चित रहा, इस उपचुनाव में बेलगाम भाषा, अमर्यादित भाषा और अभद्र भाषा का दिल खोल कर उपयोग किया गया। मध्यप्रदेश उपचुनाव में दोनों पार्टियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी जहां भाजपा की तरफ से ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रतिष्ठा का सवाल था वही कांग्रेस की तरफ से मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी।
इस उपचुनाव में भाजपा के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने पूरी ताकत झोंक दी थी और जनता के लिए बहुत सी सौगाते लेकर आए थे शिवराज सिंह चौहान के किए हुए वादे रंग लाए। और भाजपा ने मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव में बाज़ी मार ली और कांग्रेस को विपक्ष में धकेल दिया।
मध्यप्रदेश उपचुनाव में सबसे चर्चित सीटों में सांवेर, सुर्खी, डबरा, भांडेर, हाटपिपल्या, और विदिशा जिले की साँची सीट रही जहां भाजपा के प्रत्याशियों ने शानदार जीत दर्ज की, वही दूसरी तरफ कांग्रेस ने विधायको के निधन से खाली हुई सीटों पर कब्ज़ा किया, राजगढ़ जिले की ब्यावरा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी रामचन्द्र दांगी ने जीत हासिल की, जो स्वर्गीय गोवर्धन दांगी के निधन से रिक्त हुई थी, इसी तरह आगर-मालवा सीट जो भाजपा का अभेद किला थी उसमें भी कांग्रेस ने सेंध लगाकर भाजपा से सीट छीन ली। इस सीट पर कांग्रेस के विपिन वानखेड़े ने भाजपा के मनोहर ऊंटवाल को हराया।
मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव के रुझान आने के बाद से ही भाजपा में जश्न का माहौल था मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को मिठाई खिलाकर आपस मे जीत की मुबारकबाद दी। इसी तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नतीजे आने के बाद कहाकि मध्यप्रदेश की जनता ने बता दिया कि गद्दार कौन हैं।
वही दूसरी तरफ कांग्रेस ने उपचुनाव में अपनी हार मान ली, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हमे अपनी हार स्वीकार हैं और हम जनता के जनादेश को स्वीकार करते हैं एवं विपक्ष में बैठकर मध्यप्रदेश की तरक्की में हिस्सेदारी निभाएंगे।