मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव में जीत के लिए कांग्रेस और भाजपा के नेता कर रहे हैं अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल!
शेख़ नसीम (भोपाल-मध्यप्रदेश)
भोपाल: जैसे-जैसे मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव के मतदान की तारीख करीब आ रही हैं वैसे,वैसे कांग्रेस और भाजपा के नेता एक,दूसरे पर आरोप लगाने के चक्कर मे अभद्र भाषा का जमकर उपयोग कर रहे हैं मध्यप्रदेश की सियासत में इस वक्त अभद्र भाषा के इस्तेमाल से भूचाल आया हुआ हैं दोनों पार्टी के नेता अपने जनप्रतिनिधि और इंसान होने की गरिमा को भूलकर एक दूसरे पर अमर्यादित भाषा से हमले कर रहे हैं।
अभी हाल के दिनों में आइटम, चुन्नू-मुन्नू , पैरों की धूल, असली मर्द, जलेबी, और रखैल जैसे शब्दों का जमकर उपयोग हुआ। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने डबरा में जनसभा को संबोधित करते हुए शिवराज सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी को आयटम कह दिया जिसकी वजह से मंत्री इमरती देवी बहुत आहत हुई। वही भाजपा भी कमलनाथ के खिलाफ आक्रामक मुद्रा में आ गई मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर मांग करते हुए कहा कि कमलनाथ की अभद्र टिप्पणी को आप अपने संज्ञान में ले और कमलनाथ को कांग्रेस के सभी पदों से बर्खास्त करें।
वही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर पलटवार किया और अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा मैने सभा मे किसी का नाम नही लिया था आप जातिवाद की राजनीति करके जनता में भ्रम फैला रहे हो। मुझें विधायक का नाम याद नही आया था इसलिए आयटम कहा था। वही मंत्री इमरती देवी ने कहा कि में कमलनाथ को अपना बड़ा भाई मानती थी जब में उनके पैर छूने जाती तो वो मुझे दूर से ही भगा देते थे लेकिन में अब कमलनाथ को अपना भाई नही मानती बल्कि उनको राक्षस कहूंगी, और में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से अपील करती हूँ कि वो कमलनाथ को कांग्रेस से बाहर कर दे वरना कमलनाथ कांग्रेस को बरबाद कर देंगे। उन्होंने आगे कहा कि कमलनाथ और अजय सिंह पर दलित एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए।
इसके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी इमरती देवी पर एक सभा मे इमरती देवी पर हमला करते हुए कहा था कि जनता 3 नवम्बर को इमरती की जलेबी बना देगी और में डबरा की जनता से अपील करता हूँ कि पुराने समधी और नए दूल्हा सूरज राजे को ही अपना वोट दे।
वही शिवराज सरकार में खाद्ध एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहुलाल सिंह ने अनुपुर से कांग्रेस प्रत्याशी विश्वनाथ सिंह की पत्नी पर अभद्र और अमर्यादित भाषा का उपयोग करते हुए रखैल कह दिया था इसी संदर्भ में मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बड़ा बयान देकर कहा कि बिसाहुलाल सिंह का वो वीडियो मैने देखा नही हैं अगर उन्होंने ऐसा कहा हैं तो संसदीय कार्य मंत्री होने के नाते में उनसे माफी मांगता हूं क्या कमलनाथ भी इमरती देवी से माफी मांगने का साहस दिखाएंगे।
इससे पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने मध्यप्रदेश के दो बड़े नेताओं को चुन्नू-मुन्नू कह दिया था वही उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस के पूर्व मंत्री और सोनकच्छ से विधायक सज्जन सिंह वर्मा पे हमला करते हुए कहा कि सज्जन सिंह अगर असली मर्द हैं तो इंदौर से चुनाव लड़कर दिखाए, सज्जन सिंह कैलाश विजयवर्गीय के पैरों की धूल भी नही हैं बहरहाल रोज़ मध्यप्रदेश के नेताओ की ज़ुबान फिसल रही हैं और मुँह से बिगड़े बोल निकल रहे हैं लेकिन ये राजनीति हैं इसमे चुनाव जीतने के लिए नेता कुछ भी कर गुज़रेंगे, इनकी अभद्र और अमर्यादित भाषा पर चुनाव आयोग को संज्ञान लेना पड़ रहा हैं मध्यप्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा का भविष्य तय होगा और कौन अपनी सरकार मध्यप्रदेश में बना पाता हैं और कौन विपक्ष में बैठेगा ये आने वाली 3 नवम्बर को तय हो जाएगा।