मध्यप्रदेश: सागर में जिंदा जलाए गए दलित युवक धनप्रसाद की इलाज के दौरान दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत
14 जनवरी की रात आरोपियों ने परिजनों से मारपीट करते हुए धनप्रसाद को घेर लिया और उसे आग लगा दी।
मध्यप्रदेश के सागर जिले में 14 जनवरी को आपसी रंजिश में जलाए गए युवक धनप्रसाद अहिरवार की इलाज के दौरान बुधवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। युवक को मंगलवार रात एयरलिफ्ट कर भोपाल से दिल्ली ले जाया गया गया था।
14 जनवरी को सागर के मोतीनगर थाना क्षेत्र में दो पक्षों में पुरानी रंजिश को लेकर विवाद हो गया था। आरोप है कि धर्मश्री क्षेत्र में कुछ लोगों ने एक युवक के घर में घुसकर उसके साथ मारपीट की और फिर केरोसिन डालकर आग लगा दी थी। गंभीर रूप से झुलसे युवक को इलाज के लिए बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां से उसे भोपाल भेज दिया गया था। इसके बाद 21 जनवरी की रात को एयर एंबुलेंस से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शिफ्ट किया गया था।
पुलिस ने तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है। घटना के दो दिन पहले भी दोनों पक्षों में विवाद हुआ था, लेकिन मोतीनगर पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाइश देकर लौटा दिया था। इसी मामले में आरोपी राजीनामा करने का दबाव बना रहे थे। 14 जनवरी की रात आरोपियों ने परिजनों से मारपीट करते हुए धनप्रसाद को घेर लिया और उसे आग लगा दी। आरोपी कई दिनों से परिवार के लोगों को परेशान कर रहे थे।
मोतीनगर पुलिस ने आरोपी छुट्टू, अज्जू, कल्लू, इरफान के खिलाफ धारा 294, 323, 452, 307, 34 व एससीएसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया था। अब अस्पताल की रिपोर्ट के बाद मामले में हत्या की धारा बढ़ाई जाएगी। पुलिस ने इस मामले में धनप्रसाद अहिरवार का पड़ोस में रहने वाले इरफान खान, कल्लू अज्जू को गिरफ्तार किया था। इस मामले को लेकर भाजपा. अहिरवार महापंचायत सहित अन्य संगठनों ने प्रदर्शन किया था।