डॉ कफील ने कही बड़ी बात, यूपी में 70 बच्चों की मौत कोई हादसा नहीं बल्कि मंत्रियों और जिम्मेदार की बदनीयत और घूसखोरी का नतीजा था

डॉ कफील ने मध्यप्रदेश के राजधानी भोपाल में कही बड़ी बात

Update: 2019-10-29 12:36 GMT

भोपाल,

दो साल पहले उप्र के गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी होने से 70 बच्चों की मौत कोई हादसा नहीं, बल्कि वहां के मंत्रियों और जिम्मेदार की बदनीयत और घूसखोरी का नतीजा था। ऑक्सीजन सप्लायर द्वारा लगातार चिठ्ठियां लिखने के बावजूद उसको आदेश जारी न करने के पीछे महज कहानी 10 फीसदी कमीशन के फेर में अटकी हुई थी। जिसके नतीजे में 70 मासूमों की मौत के रूप में यह हादसा सामने आया

बीआरडी हास्पीटल के बर्खास्तशुदा डॉ. कफील खान ने मंगलवार को अपनी दास्तान राजधानी के मीडिया के सामने सुनाई। उन्होंने बताया कि जिस रात हादसा हुआ, उस समय उनकी सेवाकाल के महज एक साल ही गुजरा था, लेकिन उन्हें अस्पताल का सबसे बड़ा जिम्मेदार बनाकर पेश कर दिया गया।

डॉ. कफील कहते हैं कि हादसे के बाद अस्पताल में जो हालात थे, वह बयां नहीं किए जा सकते। हर तरफ चीख-पुकार और हर तरफ से उठती आवाजें थीं, हमारे बच्चे की जान बचा लो....। 400 बीमार बच्चों की मौजूदगी में हुए इस हादसे के दौरान कोशिशों ने काफी जानें तो बचाईं, लेकिन करीब 70 बदनसीब मांओं से उनके बच्चे छिन गए।

हादसे के बाद शुरू हुए गंदी सियासत के खेल ने मेरी और परिवार की जिंदगी को तबाह करके रख दिया। डॉ. कफील बताते हैं कि मामले की सारी जिम्मेदारी उनके ऊपर धकेलते हुए उनके खिलाफ एफआईआर करवाई गई, जेल भेज दिया गया, 160 गंभीर अपराधियों क बीच उन्हें रहने पर मजबूर किया गया, जमानत के सारे रास्ते भी बंद कर दिए गए।

डॉ. कफील बताते हैं कि पूरे मामले की जांच करने वाले आईएएस अधिकारी हिमांशु कुमार ने अपनी विस्तृत रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख किया है कि डॉ. कफील इस मामले के दोषी नहीं हैं। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में कफील के मौके पर न होने, उनके छुट्टी पर होने और उनके सेवाकाल के लिहाज से उनकी जिम्मेदारी को लेकर सारी बातें स्पष्ट की हैं। बावजूद इसके उन्हें दोषी माना जा रहा है और प्रताडि़त करने का कोई मौका नहीं छोड़ा जा रहा।

मप्र मं डॉ. कफील को पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी

पत्रकारवार्ता के दौरान मौजूद मध्य विधायक आरिफ मसूद ने ऐलान किया कि अगर उन्हें या उनके परिवार को उप्र में किसी तरह का खतरा है या उनके साथ दोयम दर्जे का व्यहवार किया जा रहा है, तो मप्र में उनका स्वागत है। मसूद ने कहा कि मप्र मं डॉ. कफील को पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। साथ ही उनके साथ हुए अन्याय के खिलाफ लड़ाई भी लड़ी जाएगी।

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