पंकज पाराशर छतरपुर
मध्य प्रदेश में जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे वैसे राजनीति सियासत गरमा रही है। हर एक इस रण में कूदकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाना चाह रहा । हर बात कर रहे है है पूर्व राज्यमंत्री कंप्यूटर बाबा की जो सरकार में रहते हुए प्रदेश की बीजेपी सरकार और मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की तारीफों के कसीदे गढ़ते थे लेकिन जबसे उन्होंने सरकार से इस्तीफा दिया तब ही से वे बीजेपी और मुख्यमंत्री की खिलाफत पर उतर आए। उन्होंने शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसी सरकार जो संतो की उपेक्षा कर रही है उसे उखाड़ फेंकना चाहिए। वही टिकिट मांग को लेकर इस्तीफा देने जैसी बातों का खंडन कर पूर्व राज्यमंत्री ने कहा बीजेपी अफवाह फैला रही है उन्होंने कभी किसी से टिकिट मांगा ही नही है वही उन्होंने ये भी साफ किया कि उन्होंने एक बार जरूर कहा था कि मुख्यमंत्री चाहेंगे तो वे चुनाव जरूर लड़ेंगे।
कंप्यूटर बाबा ने कहा कि अब संत समाज चुनाव नही लड़ेगा बल्कि गांव गांव जाकर चौपाल करेगा जिसमे बताया जाएगा कि बीजेपी सरकार कैसे धर्म विरोधी है साथ ही ये भी बताया जाएगा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान कैसे झूठ पर झूठ बोलते है और गप्पे मारते है। दरअसल, इंदौर में कल मन की बात कार्यक्रम है इसके पहले कंप्यूटर बाबा ने मीडिया से बात की और शिवराज सरकार पर जमकर आरोपो की झड़ी लगा दी। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री शिवराज की जनआशीर्वाद यात्रा में पत्थर पड़ रहे है, जूते पड़ रहे है और काले झंडे दिखाए जा रहे है ऐसे में उन्हें समझ लेना चाहिए कि वो आशीर्वाद लेने निकले थे लेकिन मिल क्या रहा है ? उन्होंने प्रदेश की बीजेपी सरकार और मुख्यमंत्री को धर्म विरोधी बताया और नर्मदा के अवैध खनन, गौ माता की दुर्दशा के साथ ही मठ मंदिरों के मामले में सीएम अपने वादों से मुकर गए इसी कारण उन्होंने इस्तीफा दिया था।
संत समाज ने निर्णय लिया है कि मुख्यमंत्री और सरकार को उखाड़ फेकेंगे। हालांकि प्रदेश सरकार के घोटालों को उजागर करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जल्द ही घोटालों को उजागर करेंगे लेकिन इसके पहले संत समाज अपनी मन की बात रखेगा। जिसकी शुरुआत इंदौर में कल से होगी और यहां प्रदेश भर से हजारों संत जुटेंगे जो अपनी मन की बात रखेंगे। वही इंदौर के बाद ग्वालियर, खण्डवा, रीवा और अंत मे जबलपुर के ग्वारी घाट पर 23 नवंबर को नर्मदीय संसद का आयोजन होगा। कंप्यूटर बाबा ने आरोप लगाया कि बीजेपी और शिवराज के राज में सन्तों की उपेक्षा हो रही है लिहाजा सरकार को उखाड़ फेंका जाएगा। बीजेपी सरकार में राज्यमंत्री रह चुके कंप्यूटर बाबा ने एक तरह से प्रदेश की मुखिया की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ा दी हक क्योंकि ऐन चुनाव के पहले बाबा को मनाने की कोशिश के अलावा कोई और रास्ता मुख्यमंत्री शिवराज के मन मे नही सुझ रहा होगा।