संकट में फंसी कमलनाथ सरकार को लेकर हरीश रावत नेे किया बड़ा दावा, बीजेपी की बढ़ी बेचैनी
हरीश रावत ने कहा कि हम फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं। बागी विधायक हमारे संपर्क में हैं। हम इस चुनौती को जीतने के लिए भी पूरी तरह से आश्वस्त हैं।
भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते एक पखवाड़े से चले रही राजनीतिक सियासत के बीच सरकार किस पार्टी की बनेगी ये सोमवार को पता चल जायेगा जिसकी वजह से राज्य में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। वही इसको लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी इस मामले को लेकर बैचेन है। लेकिन हम फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं। बागी विधायक हमारे संपर्क में हैं। हम इस चुनौती को जीतने के लिए भी पूरी तरह से आश्वस्त हैं। वही जयपुर में रुके कांग्रेसी विधायक कड़ी सुरक्षा में भोपाल पहुंच गए हैं।
मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन द्वारा मुख्यमंत्री कमलनाथ को सोमवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के तत्काल बाद विश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराने के निर्देश दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री ने रविवार को मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है। सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल की बैठक थोड़ी देर में शुरू हो सकती है। ऐसी संभावना है कि इसमें राज्यपाल द्वारा शनिवार देर रात को मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र पर विचार किया जाएगा।
इस पत्र में राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को सोमवार को राज्यपाल के अभिभाषण के तत्काल बाद विश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराने के निर्देश दिए हैं। पत्र में टंडन ने निर्देश दिया है कि मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र 16 मार्च 2020 को प्रातः 11 बजे प्रारंभ होगा और राज्यपाल के अभिभाषण के तत्काल बाद एकमात्र कार्य विश्वास प्रस्ताव पर मतदान होगा।
इसके अलावा, राज्यपाल ने निर्देश दिया है कि विश्वासमत मतविभाजन के आधार पर बटन दबाकर ही होगा और अन्य किसी तरीके से नहीं किया जाएगा। राज्यपाल ने कहा है कि विश्वासमत की संपूर्ण प्रक्रिया की वीडियोग्राफी विधानसभा स्वतंत्र व्यक्तियों से कराएगी। राज्यपाल ने कहा कि उपरोक्त संपूर्ण कार्यवाही हर हाल में 16 मार्च 2020 को प्रारम्भ होगी और यह स्थगित, विलंबित या निलंबित नहीं की जाएगी। इसके साथ ही कांग्रेस विधायक दल की बैठक रविवार शाम को यहां रखी गई है।
मध्य प्रदेश में ये राजनीतिक हालात ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद पैदा हुए हैं. होली के मौके पर सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद उनके समर्थक 22 विधायकों ने भी अपने इस्तीफे दे दिए हैं. सिंधिया बीजेपी में चले गए हैं और विधायकों के इस्तीफे से कांग्रेस की कमलनाथ सरकार अल्पमत में नजर आ रही है. हालांकि, विधायकों के इस्तीफों पर अब तक तस्वीर पूरी तरह स्पष्ट नहीं है. इसके साथ ही बीजेपी ने विधायकों को मानेसर गुरुग्राम के एक होटल में ठहराया हुआ है,