बीजेपी नेता का बड़ा आरोप, कैलाश विजयवर्गीय कर रहे हैं शिवराज सरकार को गिराने की कोशिश?
उपचुनाव से पहले एमपी में बीजेपी में कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ बगावत की आवाज उठी है। पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत ने कैलाश पर कई संगीन आरोप लगाए हैं। उसके बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। शेखावत ने आरोप लगाए हैं कि कैलाश की वजह से 2018 में शिवराज सिंह चौहान की सरकार गई थी।
उपचुनाव से पहले बीजेपी में भी तनातनी की खबरें आ रही हैं। पार्टी के दिग्गज नेता ने बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भंवर सिंह शेखावत ने आरोप लगाया है कि कैलाश विजयवर्गीय ने 2018 में बीजेपी को हरवाया था। वह फिर से सरकार को अस्थिर करने की कोशिश में लगे हैं।
दरअसल, बीजेपी ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 109 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस ने 114 सीट जीती थीं। 2018 में एमपी राज्य सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष भंवर सिंह शेखावत धार जिले के बदनावर सीट से चुनाव हार गए थे। इस सीट पर फिर से उपचुनाव होने वाले हैं। उपचुनाव से पहले भंवर सिंह शेखावत ने कैलाश विजयवर्गीय पर हमला बोल दिया है।
कैलाश ने उतारे थे उम्मीदवार
भंवर सिंह शेखावत ने आरोप लगाया है कि कैलाश विजयवर्गीय ने मालवा-निमाड़ के 10-12 सीटों पर बीजेपी के बागियों को कैनिडेट के रूप में उतारे थे। इन उम्मीदवारों ने बीजेपी के आधिकारिक उम्मीदवारों के वोटों में कटौती की, जो 2018 में पार्टी की हार का मुख्य कारण था। कैलाश विजयवर्गीय ने बागियों को आर्थिक मदद भी चुनाव दी थी। भंवर सिंह शेखावत ने कहा कि मैंने ही कैलाश विजयवर्गीय को राजनीति में लाया था, बाद में उसने मुझे ही बाहर कर दिया।
भंवर सिंह शेखावत का इशारा राजेश अग्रवाल की ओर था। राजेश अग्रवाल को बदनवार से निर्दलीय खड़ा होने के बाद पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया था। अग्रवाल को इस सीट से 30000 वोट मिले। कैलाश 2018 के विधानसभा चुनावों में 35 सीटों के इंचार्ज थे। उन्होंने यह कोशिश की उनके प्रभार वाले क्षेत्रों में कम से कम सीट पार्टी को मिले। ताकि 13 साल से सत्ता पर काबिज सीएम शिवराज सिंह चौहान बेदखल हो जाएं। शेखावत नहीं यह भी आरोप लगाया है कि उन्होंने सुमित्रा महाजन को भी हराने की कोशिश की थी। वह इंदौर में किसी को स्थापित नहीं होने देना चाहते हैं।
कैलाश ने ही ऊषा ठाकुर को इंदौर से निकाल महू से टिकट दिलवाया और अपने बेटे को स्थापित किया। मैंने 3 नंबर विधानसभा सीट से टिकट मांगा था लेकिन कैलाश ने मुझे बदनावर सीट भेज दिया। शेखावत ने कहा कि कैलाश पश्चिम बंगाल के प्रभारी हैं और वह एमपी में घूम रहे हैं। वह उपचुनाव में हरवाने की कोशिश में लगे हैं।
पार्टी ने थमाया नोटिस
उपचुनाव से पहले बगावत को थामने के लिए पार्टी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भंवर सिंह शेखावत को नोटिस थमा दिया है। वीडी शर्मा ने कहा है कि कैलाश विजयवर्गीय को जिम्मा पार्टी ने दिया है। वहीं, शेखावत ने कहा है कि अगर कैलाश पर कोई एक्शन नहीं होता है, तो वह जेपी नड्डा से इसकी शिकायत करेंगे।