मध्य प्रदेश में वंदे मातरम् को लेकर मचे बवाल के बाद कमलनाथ सरकार ने अब यू टर्न ले लिया है. सरकार ने अब पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज की लागू प्रक्रिया को फिर से शरू करने जा रही है. वन्दे मातरम गायन पर रोक से बनी विवाद की स्तिथि के बाद अब सरकार इसे नए स्वरुप में शुरू करने जा रही है. हर महीने के प्रथम कार्यदिवस पर पुलिस बैंड और आम लोगों की सहभागिता के साथ वंदे मातरम् का गायन होगा. जनसम्पर्क विभाग ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.
दरअसल 1 जनवरी को वंदे मातरम के गायन पर रोक लगाने के बाद सीएम कमलनाथ ने जिस तरह से इसकी वजह बताई थी उसके बाद मध्य प्रदेश में बवाल मच गया था. बीजेपी ने इस मुद्दे पर राजनीति शुरू कर दी थी और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तो 7 जनवरी को सामूहिक रूप से सभी विधायकों के साथ वल्लभ भवन प्रांगण में जाकर वंदे मातरम गायन की बात कही थी. इस रोक के चलते कांग्रेस की अच्छी खासी किरकिरी हुई और आखिर में कमलनाथ को ये फैसला लेना पड़ा कि वह वंदे मातरम गायन को पुनः शुरू कराएं। इससे पहले वल्लभ भवन में वंदे मातरम गायन पर रोक लगाए जाने के बाद मचे बवाल पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सफाई देते हुए कहा था कि वह वंदे मातरम को नया रूप दे रहे हैं और यह कल घोषित हो जाएगा.
प्रत्येक माह के प्रथम कार्य दिवस पर वन्दे मातरम् नए स्वरूप में
जनसम्पर्क विभाग ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा है "भोपाल में अब आकर्षक स्वरूप में पुलिस बैंड और आम लोगों की सहभागिता के साथ वंदे मातरम् का गायन होगा . हर महीने के प्रथम कार्यदिवस पर सुबह 10:45 बजे पुलिस बैंड राष्ट्र भावना जागृत करनेवाले धुन बजाते हुए शौर्य स्मारक से वल्लभ भवन तक मार्च करेंगे. पुलिस बैंड के वल्लभ भवन परिसर में पहुंचने पर राष्ट्र गान 'जन गण मन' और राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम्' गाया जायेगा. इस कार्यक्रम को आकर्षक बनाकर आम लोगों को इसमें भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा".