क्या 6 विधायकों के इस्तीफे बाद कमलनाथ बचा पाएँगे अपनी सरकार? जानिए क्या है सीटों का समीकरण
Know what is the equation of seats
भोपाल: मध्य प्रदेश में पिछले 15 दिनों से जारी सियासी संकट का 16 मार्च को पटाक्षेप हो जाएगा. कमलनाथ की सरकार रहेगी या जाएगी इसका फैसला 16 मार्च से शुरू हो रहे मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में हो जाएगा. राज्यपाल लालजी टंडन ने 16 मार्च को फ्लोर टेस्ट की तारीख तय कर दी है. राज्यपाल ने मुख्यमंत्री कमलनाथ और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव को चिट्ठी लिख इस बारे में अवगत करा दिया है.
राज्यपाल ने 16 मार्च को दिया फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश
राज्यपाल लालजी टंडन ने संविधान 174 सह गठित/175 (2) में निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए निर्देश दिए हैं कि मप्र विधानसभा का सत्र 16 मार्च 11:00 बजे से शुरू होगा. राज्यपाल अभिभाषण देंगे और उसके तत्काल बाद विश्वास प्रस्ताव पर मतदान होगा. सदन में मतदान बटन दबाकर ही होगा अन्य किसी तरीके से नहीं होगा. राज्यपाल ने सख्त लहजे में कहा है कि 16 मार्च 2020 को ही फ्लोर टेस्ट की कार्यवाही पूरी होना चाहिए. इसे निलंबित, स्थगित या विलंबित नहीं किया जाएगा. इस पूरे प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी.
6 विधायकों के इस्तीफे हुए मंजूर, 16 का मंजूर होना बाकी
जिन विधायकों के इस्तीफे मंजूर हुए हैं उनमें इमरती देवी, तुलसी सिलावट, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसोदिया, गोविंद सिंह राजपूत और प्रभुराम चौधरी का नाम शामिल है. ये सभी विधायक बेंगलुरु में हैं. सिर्फ 6 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार होने पर भाजपा ने अपना विरोध दर्ज कराया है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि स्पीकर ने केवल 6 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किए, जबकि सभी 22 विधायकों ने अपने हाथ से इस्तीफे लिखकर दिए थे. सभी ने इसके वीडियो भी जारी किए। इसके बाद भी सभी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार न करना विधानसभा अध्यक्ष की दोहरी नीति है. भार्गव ने आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष निष्पक्ष रूप से अपनी भूमिका नहीं निभा रहे हैं.
6 विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभा की स्थिति:
मध्यप्रदेश के 2 विधायकों के निधन के बाद कुल सीटें = 228
इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के विधायक = 22
6 विधायकों के इस्तीफे मंजूर होने के बाद सदन में सीटें (228-6) = 222
इस स्थिति में बहुमत के लिए जरूरी = 112
भाजपा = 107 (बहुमत से 5 कम)
*कांग्रेस+ = 115 (बहुमत से 3 ज्यादा), कांग्रेस के पास बचेंगे 108 विधायक.
अन्य 16 बागी विधायकों के इस्तीफे मंजूर होने के बाद की स्थिति
मध्यप्रदेश के 2 विधायकों के निधन के बाद कुल सीटें = 228
इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के विधायक = 22
सभी 22 विधायकों के इस्तीफे मंजूर हुए तो सदन में सीटें (228-22) = 206
इस स्थिति में बहुमत के लिए जरूरी = 104
भाजपा = 107 (बहुमत से 3 ज्यादा)
*कांग्रेस+ = 99 (बहुमत से 5 कम)