मध्यप्रदेश में अजब संयोग की गजब दास्तां, राज भवन में 7 मरीज कोरोना संक्रमित
भाजपा की सरकार कांग्रेस के अंतरकलहों के कारण गिर जाने के वजह से बनी है।
मध्यप्रदेश का राज भवन कल कोरोना संक्रमण का शिकार हो गया। शासकीय सूत्रों के अनुसार 7 मरीजों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। बस यही से मध्य प्रदेश के राजभवन और अजब संयोग की एक अनोखी दास्तां निकल कर बाहर आती है।
गौरतलब है कि तीन-चार दिन पूर्व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान महामहिम राज्यपाल डॉ लालजी टंडन से मिलने राजभवन गए थे। मुख्यमंत्री का राजभवन जाना राजनीतिक हलकों में विशिष्ट घटनाओं के भविष्य में घटने का संकेत देती है । विगत 2 माह से मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। भाजपा की सरकार कांग्रेस के अंतरकलहों के कारण गिर जाने के वजह से बनी है।
जैसे ही मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद की शपथ शिवराज सिंह चौहान ने ली। वैसे ही पूरे देश में कोरोना संक्रमण के चलते लॉक डाउन की घोषणा कर दी गई । इस लॉक डाउन की आड़ में मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल का गठन टलता रहा है। इन दो महीने में जब-जब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सौजन्य मुलाकात करने राजभवन गए तब तब मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल के गठन और विस्तार की संभावनाओं को टटोला जाने लगा।
हाल ही में 4 दिन पूर्व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर राजभवन गए। यह संभावना व्यक्त की जा रही थी कि शीघ्र ही मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है । लेकिन कल अचानक राजभवन के 7 सरकारी कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव निकलने की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कर दी गई। इसके बाद यह कहा जाने लगा की ऐसे हालात में मंत्रिमंडल की शपथ कैसे दिलाई जा सकती है।
हांलांकि स्पेशल कवरेज न्यूज इस बात की पुष्टि नहीं कर रहा कि राजभवन मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और महामहिम राज्यपाल लालजी टंडन के बीच क्या गुफ्तगू हुई। लेकिन राजनीतिक हलकों में घट रहे घटनाक्रम के संकेत इस बात की पुष्टि कर रहे थे कि मंत्रिमंडल का गठन हो सकता है। विचारणीय प्रश्न है कि जब इस तरीके के संकेत मिलना शुरू हुए तो राजभवन में कोरोना संक्रमण का फैलना किसी राजनीतिक घटनाक्रम को टालने का उपक्रम तो नहीं ? बहरहाल जो भी हो राजनीतिक हलकों में इस घटना को अद्भुत और आश्चर्य से भरी घटना के तौर पर देखा जा सकता है।
साभार खबर नेशन