क्या संकट में है कमलनाथ सरकार? जानिए मध्य प्रदेश विधानसभा का गुणा-गणित
BJP ने मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के अल्पमत में होने के आरोप लगाए हैं। राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर सत्र बुलाने की मांग की है। इसके बाद मध्य प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया है।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने रविवार को दावा किया कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बड़ी चुनावी सफलता के बूते उनकी पार्टी इस बार करीब 300 लोकसभा सीटें जीतेगी जिससे केंद्र में दोबारा नरेंद्र मोदी सरकार बनने की राह प्रशस्त होगी। मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ के सूबे की 29 में से 22 लोकसभा सीटें जीतने के दावे पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, "अभी तो इस पर ही प्रश्नचिह्न है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद वह (कमलनाथ) 22 दिन तक मुख्यमंत्री रहेंगे भी या नहीं।"
दरअसल, लोकसभा चुनावों से पहले भी बीजेपी नेताओं द्वारा लगातार यह बयान दिया जा रहा था कि अगर बीजेपी की सरकार दोबारा बनती है तो मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार संकट में आ जाएगी। इसी बीच समझते हैं कि मध्य प्रदेश विधानसभा का गणित दरअसल क्या है और इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस बीजेपी को कितनी सीटें मिली थीं।
कुल 230 विधानसभा सीटों वाले मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, उसे 114 सीटें मिली थीं। हालांकि बहुमत के आंकड़े से वो दो सीटें दूर रह गई थी। बहुमत के लिए 116 सीटें चाहिए थीं, वहीं बीजेपी को 109 सीटें मिली थीं। इसके अलावा निर्दलीय को चार, बसपा को दो सीटें और सपा को एक सीट मिली थी।
चुनाव परिणाम के दिन ही सपा और बसपा ने कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया था और निर्दलीय विधायक भी कांग्रेस के पक्ष में थे, इस प्रकार कांग्रेस ने अपने बहुमत का आंकड़ा साबित कर दिया था और कमलनाथ मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि सरकार बनने के बाद ही सपा और बसपा के विधायक कांग्रेस से नाराज नजर आ रहे थे, लेकिन उन्हें बार-बार कमलनाथ द्वारा शांत करवाया जा रहा था। इसी दौरान बीजेपी के बड़े नेता भी आए दिन कमलनाथ सरकार को गिराने का दावा करते नजर आ रहे थे। कैलाश विजयवर्गीय ने लोकसभा चुनाव से पहले तो यहां तक कह दिया था कि जिस दिन ऊपर से आदेश होगा उसी दिन सरकार गिरा देंगे।