इंदौर-भोपाल
हनीट्रैप मामले की जांच में एसआईटी चीफ ने संकेत दिए हैं कि हनीट्रैप में रसूखदार लोग भी शामिल हैं, तथ्य सामने आए तो उन्हें आरोपी भी बनाया जाएगा और नाम भी उजागर होंगे। वहीं आरोपित आरती दयाल नौ दिन बाद पुलिस के सामने टूट गई और बड़ी हस्तियों को ब्लैकमेल करना कबूल कर लिया। आरती ने यह भी कबूला कि हरभजन करोड़ों के ठेके और मोनिका को नौकरी का झांसा दे रहे थे। इसके बाद ही तीन करोड़ रुपए की मांग शुरू की गई थी।
जानकारी के अनुसार एसआईटी की टीम पिछले दिनों इंदौर पहुंची थीं, यहा एसआईटी चीफ ने हनी ट्रैप मामले में पहला बयान दिया कि बड़े लोग समझौता कर रहे हैं तो कुछ तो गड़बड़ी होगी। उनके बयान से प्रदेश के प्रशासनिक एवं राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है। उनके अनुसार जांच में कई तथ्य सामने लाने है, इसके लिए लंबी पड़ताल हो सकती है।
पूछताछ के लिए जारी होगा नोटिस
इंदौर पुलिस द्वारा अभी तक हनीट्रैप मामले में कई तथ्य जुटा लिए हैं। इनके आधार पर एसआईटी इस मामले में कुछ अन्य लोगों को भी पूछताछ के लिए तलब कर सकती है। हालांकि इससे पहले एसआईटी अगले कुछ दिनों तक तथ्यों की पड़ताल करेगी। चूंकि हनीट्रैप मामले से रसूखदार लोगों के जुड़े होने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में एसआईटी पुख्ता प्रमाण जुटाएगी, उसके बाद नोटिस भेजेगी। संभवत: अगले कुछ दिनों में कुछ नए लोगों को नोटिस भेजा जा सकता है।
सीआईडी ने शुरू की मानव तस्करी के खिलाफ जांच
इंदौर के पलासिया पुलिस थाना में आरोपी आरती दयाल, श्वेता स्वप्निल जैन, अभिषेक एवं अन्य आरोपियों के खिलाफ जीरो पर एक और प्रकरण दर्ज हुआ है। यह प्रकरण फरियादी हीरालाल पुत्र रामसिंह ने दर्ज कराया है। यही प्रकरण पुलिस मुख्यालय की अपराध अनुसंधान शाखा में असल अपराध क्रमांक 2/19 धारा 370, 370 ए एवं 120 बी के तहत दर्ज कर विवेचना में लिया गया है। केस डायरी सीआईडी को मिल गई है। इसी के साथ ही पड़ताल भी शुरू हो चुकी है। जल्द ही आरोपियों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए तलब किया जाएगा।