सिंधिया ने अभी कांग्रेस को छोड़ा नहीं है? फोटो हुआ वायरल
क्योंकि बीजेपी को सिर्फ दस सीटों की आवश्यकता है और कांग्रेस को सभी सीटें जितना जरूरी है जो नामुमकिन है।
संजय कुमार सिंह
तस्वीर देखिए, ज्योतिरादित्य सिंधिया सिंगल कांग्रेसी डबल संघी लग रहे हैं। पहले कांग्रेसी तिरंगा है उसपर दो दुरंगा है। नीचे कांग्रेसी तिरंगा ऊपर भाजपाई दुरंगा। दू ठो। हाथ में चप्पल को नजरअंदाज कीजिए। पारगमन का समय है।
आदतन तिरंगा लेकर निकल पड़े। भाई लोगों ने देखा होगा तो पता नहीं कहा या बिना कहे ढंकने की कोशिश हुई होगी। नहीं ढंका तो फिर हुई पर बात नहीं ही बनी। उन्होंने खुद कांग्रेसी तिरंगा हटाया नहीं या हटाने की जरूरत नहीं समझी।
अब याद कीजिए, मध्य प्रदेश चुनाव से पहले का वह वीडियो जिसमें वो पूजा का नारियल फेंकते हुए दिखाए गए थे - किस-किस पर रोओगे? कितना रोओगे? अब यह भी फोटो शॉप हो तो कह नहीं सकता। सोशल मीडिया पर ही मिला है।
बता दें कि अभी पिछले दिन इंदौर में सीएम शिवराज सिंह की जगह माननीय कमलनाथ बोलने लगे मंच पर बैठे लोंगों ने ध्यान दिलाया तब कहीं जाकर सीएम शिवराज सिंह के नाम का बखान किया। लेकिन जिस तरह से बीजेपी सरकार बनाकर भी अपनी जीत के लिए आश्वस्त नजर नहीं आ रही है।
इस्तीफा देकर बने मंत्री अपने हलकों में नहीं जा पा रहे है, जा रहे ही तो बड़ा विरोध हो रहा है आखिर यह सब क्या है? खुद सिंधिया ग्वालियर में अपना विरोध नहीं रोक पा रहे है जबकि ग्वालियर चंबल संभाग में सिंधिया माने कांग्रेस बताते है। बीजेपी में सिंधिया को मिली ज्यादा तरजीह से पुराने नेता उन्हें पचा नहीं पा रहे है जबकि अस्तित्व हींन नेता खुश नजर आ रहे है कि शिवराज सिंह का काट आ गया है।
अब देखना यह होगा कि बीजेपी उपचुनाव में क्या करती है, हालांकि सरकार बचना कोई बड़ी बात नहीं है। क्योंकि बीजेपी को सिर्फ दस सीटों की आवश्यकता है और कांग्रेस को सभी सीटें जितना जरूरी है जो नामुमकिन है। लिहाजा सरकार बचती नजर आ रही है।