सिंधिया समर्थक कैबिनेट मंत्री इमरती देवी कमलनाथ सरकार पर हुई लाल, जानते है क्यों?
गृहमंत्री सभी केस वापस ले रहे हैं तो फिर हमारे लोगों पर हुए केस क्यों नहीं ले रहे हैं, इस बात का मुझे दुख है
भोपाल
प्रदेश की कमलनाथ सरकार के मंत्रियों के बिगड़े बोल रोज नए मुद्दा विपछ को दे रहे है, जिससे यह लगता है कि मंत्रियो पर नाथ की लगाम नही है और उनके आका सरकार को अस्थिर करने के साथ विपछ की सांठ गांठ की ओर इशारा करते नजर आ रहे है?
ऐसा ही नया मामला सिंधिया समर्थक कैबिनेट मंत्री इमरती देवी ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाकर हड़कंप मचाते हुए दिया हैं। मंत्री का कहना है कि अफसरों के कब तबादले हो जाते है, पता ही नही चलता , हमसे पूछा तक नही जाता, गृहमंत्री सबके केस वापस ले रहे है लेकिन हमारे नही, आखिर में अपनी बात किससे कहूं...।
दरअसल, रविवार को राजधानी भोपाल में अजाक्स के प्रांतीय सम्मेलन में प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी नाराज दिखीं। इमरती देवी ने कहा- दो अप्रैल 2018 तो अनुसूचित जाति के लोग शांतिपूर्वक तरीके से शहर बंद करना चाहते थे, लेकिन हमारे ही लोग मरे और हम पर ही केस लगा दिया गया। यह बात मुझे मुख्यमंत्री कमल नाथ और गृह मंत्री बाला बच्चन के सामने कहने थी पर वो कार्यक्रम से चले गए। अब अपनी बात किसको सुनाऊं, यहां मौजूद लोग तो मेरे लोग हैं इनको तो कभी भी सुना सकती हूं।
इतना ही नही आगे इमरती देवी ने कहा- गृहमंत्री बिजली, पानी सहित अन्य मामलों के सभी केस वापस ले रहे हैं तो फिर हमारे लोगों पर हुए केस क्यों नहीं ले रहे हैं, इस बात का मुझे दुख है।
इतना ही नही आगे
वही इमरती देवी ने कहा- जेएन कंसोटिया के साथ मैंने सात महीने तक मंत्रालय चलाया। कंसोटिया का कार्यकाल अच्छा रहा लेकिन रातों-रात उनका तबादला कर दिया गया। हमको पता ही नहीं चला। मैं महिला एवं बाल विकास मंत्री हूं, मुझसे पूछ लेते कि कंसोटिया को हटाना है या नहीं। मैं 2008 से विधायक हूं मैं मंत्री किसी की दया से नहीं बनी हूं, बल्कि बाबा साहेब के कारण बनी हूं।