मध्यप्रदेश के इस बड़े बीजेपी नेता के बयान से मची खलबली, शिवराज से लेनी चाही सबने प्रतिक्रिया
हमेशा अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने कांग्रेस से भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के ऑफर के बाद अब अपनी ही पार्टी बह्जापा पर निशाना साधा है. बाबूलाल गौर ने मध्य प्रदेश,राजस्थान,छत्तीसगढ़ समेत तीन राज्यों में हार के लिए टिकट वितरण पर भी सवाल उठाए हैं और इसमें कहीं ना कहीं वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज किए जाने को जिम्मेदार बताया है.
बाबूलाल गौर ने भाजपा आलाकमान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा अब वो पार्टी नहीं रही जो सबको साथ लेकर चला करती थी, जबकि इसके उलट कांग्रेस बिखराव वाली पार्टी थी लेकिन अब एकजुट होकर काम कर रही है. बाबूलाल गौर ने कहा कि भाजपा अब कुशाभाऊ ठाकरे वाली पार्टी नहीं बची है जिन्होंने भाजपा को फर्श से अर्श तक पहुंचाया और जो हमेशा सबको साथ लेकर चले.
गौर ने कहा कि 'मध्य प्रदेश में अब बिजली के वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार किया जा रहा है'. बाबूलाल गौर ने नेताओं के नाम लेकर कहा कि 'रघुनंदन शर्मा, लक्ष्मीकांत शर्मा, राघव जी, कुसमरिया हों या फिर सरताज सिंह, पार्टी ने सभी को दरकिनार कर दिया है जबकि वरिष्ठ नेताओं के बिना पार्टी का भविष्य ठीक नहीं है और लोकसभा चुनाव में इसका खामियाजा पार्टी को उठाना पड़ सकता है.
बाबूलाल गौर के इस बयान के बाद आजतक ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने इसपर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. आपको बता दें कि एक दिन पहले ही बाबूलाल गौर ने यह दावा किया था कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने उन्हें भोपाल लोकसभा सीट से बतौर कांग्रेस उम्मीदवार चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है. गौर के इस बयान के बाद बीजेपी में खलबली मच गई थी और अब गौर का सीधे तौर पर अपनी पार्टी पर सवाल उठाना भाजपा के लिए जरूर मुश्किल खड़ा कर सकता है.