उज्जैन के थाना प्रभारी यशवंत पाल की कोरोना के चलते मौत, सीएम शिवराज ने कही बड़ी बात
महामारी से लड़ते हुए यशवंत पाल दूसरे कोरोना वॉरियर हैं जिनकी मौत हुई है. इससे पहले इंदौर के टीआई देवेंद्र चंद्रवंशी की कोरोना संक्रमण की वजह से मृत्यु हो गई थी.
उज्जैन. कोरोना वायरस (COVID-19) के संक्रमण से उज्जैन के एक थाना प्रभारी यशवंत पाल की मौत हो गयी. वो इंदौर में भर्ती थे. इन्हें मिलाकर उज्जैन में अब तक 7 लोगों की कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है. जिले में मरीजों का आंकड़ा 27 पर पहुंच गया है. महामारी से लड़ते हुए यशवंत पाल दूसरे कोरोना वॉरियर हैं जिनकी मौत हुई है. इससे पहले इंदौर के टीआई देवेंद्र चंद्रवंशी की कोरोना संक्रमण की वजह से मृत्यु हो गई थी.
उज्जैन के नीलगंगा थाना प्रभारी यशवंत पाल की भी कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो गई. वो 59 साल के थे. पाल की उज्जैन की अंबर कॉलोनी में ड्यूटी लगी थी. ये इलाका कोरोना संक्रमण के कारण कंटेनमेंट घोषित किया गया है. आशंका है कि वहीं ड्यूटी के दौरान उनमें संक्रमण फैला. तबीयत ज़्यादा खराब होने के कारण यशवंत पाल को इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया था. वहीं आज सुबह 5 बजकर 45 पर उन्होंने आखिरी सांस ली. यशवंत पाल की दो बेटियां हैं, जिनकी उम्र 22 और 20 साल है.
वहीँ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन नीलगंगा के थाना प्रभारी यशवंत पाल जी के कोरोना से लड़ाई के दौरान हुए निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया - 'दु:ख की इस घड़ी में दिवंगत यशवंत पाल जी के परिवार के साथ मैं व पूरा प्रदेश खड़ा है.' उन्होंने कहा है कि 'शोकाकुल परिवार को राज्य शासन की ओर से सुरक्षा कवच के रूप में 50 लाख रुपए, असाधारण पेंशन, बेटी फाल्गुनी को उपनिरीक्षक पद पर नियुक्ति व स्वर्गीय पाल को मरणोपरांत कर्मवीर पदक से सम्मानित किया जायेगा'.
अब तक 27 मरीज
उज्जैन मध्य प्रदेश का तीसरा सबसे ज्यादा संक्रमित जिला है. यहां अब तक कोरोना के 27 मरीजों की पहचान हो चुकी है. इनमें से 7 की मौत हो गई, जबकि 4 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. प्रदेश में इंदौर और भोपाल कोरोना संक्रमण के मामले में पहले और दूसरे नंबर पर हैं.
इंदौर में टीआई की मौत
इससे पहले इंदौर में शनिवार देर रात जूनी थाना प्रभारी देवेन्द्र चंद्रवशी की कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो गई थी. उनकी ड्यूटी सीएए के खिलाफ चल रहे धरनास्थल पर लगी थी. हालांकि कोरोना संक्रमण के कारण 24 मार्च को धरना खत्म करा दिया गया था. उसके दो दिन बाद ही चंद्रवंशी की तबीयत बिगड़ी और उनके कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की खबर आई. हालांकि बाद की दोनों रिपोर्ट निगेटिव आई थीं. इंदौर के एक और खजराना के थाना प्रभारी संतोष यादव अभी कोरोना संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती हैं.
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