केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का मध्यप्रदेश चुनाव से पहले आया बड़ा बयान, मची कांग्रेस खेमें में खलबली
कांग्रेस के लिए मुश्किल लगातार बढ़ती जा रही है। इस उपचुनाव में कांग्रेस अब क्या करती है यह देखना महत्वपूर्ण है।
मध्यप्रदेश उपचुनाव को अनिश्चित चुनाव भी कहा जा सकता है। यहां पर पल बदल रहे समीकरण निश्चय ही इस चुनाव में बड़ा उलटफेर कर सकते हैं। इसी बीच कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए राहुल सिंह लोधी को लेकर अब केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का बड़ा बयान सामने आया है। नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि आगे-आगे देखते जाइए क्या होता है।
दरअसल रविवार को मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि राहुल लोधी का बीजेपी में स्वागत है। बीजेपी के पास अभी बहुत से प्लान बाकी है। वही नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बीजेपी ने अलग-अलग दिग्गजों को अलग-अलग क्षेत्र के कार्य सौंपे हैं। सभी अपने काम को महत्वपूर्ण तरीके से पूरा कर रहे हैं।
वहीं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि उपचुनाव सरकार को बचाए रखने की चुनौती का चुनाव है। वही जब केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से पूछा गया कि क्या कोई और कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल हो सकता है। इसका जवाब देते हुए नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा हमारे पास कई तरह के प्लान है। आगे आगे देखते जाइए, होता है क्या?
राहुल लोधी के इस्तीफे पर कमलनाथ की प्रतिक्रिया- प्रदेश का सम्मान बचाने आगे आए जनता
केंद्रीय मंत्री के इस बयान के बाद यह तो स्पष्ट है कि बीजेपी ने अब तक अपने सारे पत्ते नहीं खोले हैं और बीजेपी धीरे-धीरे पत्ते खोलेगी। इस उपचुनाव में परिस्थितियां कभी भी बदली जा सकती है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस नेताओं का लगातार पार्टी से टूटना कमलनाथ के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। जिस पर कुछ भी खुलकर कहने से कांग्रेसी नेता हिचक रहे हैं और इसका इल्जाम बीजेपी पर लगा रहे हैं।
बता दें कि मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होने थे। इसी बीच बीते दिनों दमोह विधायक राहुल सिंह लोधी ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। पद से इस्तीफा देने के घंटे के बाद ही राहुल लोधी बीजेपी में शामिल हो गए। इसके बाद मध्य प्रदेश विधानसभा ने एक अन्य सीट रिक्त होने की अधिसूचना जारी कर दी है। अब कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए 28 सीटों को जीतने की आवश्यकता है। कांग्रेस के लिए मुश्किल लगातार बढ़ती जा रही है। इस उपचुनाव में कांग्रेस अब क्या करती है यह देखना महत्वपूर्ण है।