खरगोन हिंसा के बाद लोगों ने लिया आर्थिक बहिष्कार का संकल्प, कहा - विधर्मियों से नहीं खरीदेंगे सामान
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खरगोन (Khargone) में दंगे (Khargone Violence) के बाद लोगों के बीच वैमनस्यता और बढ़ गई है।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खरगोन (Khargone) में दंगे (Khargone Violence) के बाद लोगों के बीच वैमनस्यता और बढ़ गई है। अब यह शहर से गांव तक जा पहुंची है। खरगोन जिले के कई गावों में हिंदू संगठन के सदस्य जनता को सार्वजनिक रूप से एक संकल्प दिला रहे हैं। उन्हें विधर्मियों ( गैर - हिंदू ) की दुकानों से कपड़ा, चप्पल या अन्य कोई भी वस्तु खरीदने की शपथ दिलवाई जा रही है।
बता दें कि खरगोन जिले के उबदी, पिपरी और इच्छापुर गांव में इस तरह के आयोजन हो चुके हैं। वहीं बिस्तान और केली में भी ऐसे मामले सामने आए हैं। संकल्प लेने के वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। साथ ही हाट - बाजारों में भी आर्थिक बहिष्कार की बातें सामने आ रही है।
बता दें कि हिंदू संगठनों के लोगों ने हिंदुओं को आर्थिक बहिष्कार का संकल्प दिलाया है। संकल्प में कहा गया है कि 'आज से हम संकल्प लेते हैं कि विधर्मियों की दुकानों से कपड़ा, चप्पल या अन्य कोई भी वस्तु नहीं खरीदेंगे, न ही उन्हें अपनी कोई भी वस्तु बेचेंगे। हे महाकाल, हमारे संकल्प को पूरा करने की उपयुक्त शक्ति और मनोवृति प्रदान करें।
बता दें कि 10 अप्रैल को रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा (Violence During Ram Navami March) में शारीरिक, मानसिक और आर्थिक और धार्मिक क्षति हुई थी। इसमें लोगों के मन में गहरा घाव हुआ है, जिसके फल स्वरुप लोग अपने - अपने स्तर पर आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं।