मध्य प्रदेश : बागेश्वर धाम सरकार के दरबार में भारी भीड़ से मची भगदड़, एक महिला की मौत, कई घायल
भिंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल दंदरौआ धाम में मंगलवार को भगदड़ मच गई, जिसमें एक महिला श्रद्धालु की मौत हो गई.
मध्य प्रदेश के भिंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल दंदरौआ धाम में मंगलवार को भगदड़ मच गई, जिसमें एक महिला श्रद्धालु की मौत हो गई. साथ ही 4 से 5 श्रद्धालु घायल हो गए. मृतका परिवार के साथ बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने आई थी. हादसे के बाद दंदरौआ धाम के आसपास का मोबाइल नेटवर्क बंद कर दिया गया.
हादसा भिंड के डॉक्टर हनुमान मंदिर पर आयोजित सियपिय मिलन समारोह के दौरान हुआ. जिसका आयोजन दंदरौआ धाम पर पिछले कुछ दिन से चल रहा है. इसी कार्यक्रम के अंतर्गत सोमवार से बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री की कथा हो रही है.
दंदरौआ धाम में बेकाबू हुई भीड़
मिली जानकारी के मुताबिक, प्रति मंगलवार को दंदरौआ सरकार के दर्शन को हजारों की संख्या में श्रद्धालु दंदरौआ धाम पहुंचते हैं। ऊपर से इन दिनों बागेश्वर सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री की हनुमान कथा का आयोजन भी चल रहा है। इसकी वजह से बेकाबू भीड़ दंदरौआ धाम पर टूट रही है। मंगलवार को मुरैना की रहने वाली कृष्ण बंसल अपने परिवार के साथ दंदरौआ धाम पहुंची थीं लेकिन मंदिर के गेट पर बेकाबू भीड़ ने उन्हें पैरो तले रौंद दिया। इस वजह से उनकी मौत हो गई। मुरैना के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की रहने वाली कृष्णा देवी बंसल (55 साल) फंस गईं. इसी दौरान चपेट में आकर उनकी मौत हो गई. घटना के वक्त उनका बेटा, दामाद और बेटी की सास भी साथ थे.
मंदिर गेट पर भीड़ की वजह से महिला गिरी
महिला के शव के साथ मेहगांव अस्पताल पहुंचे बेटे ने बताया कि वह अपनी मां कृष्णा बंसल और परिवार के दो अन्य सदस्यों के साथ दंदरौआ सरकार के दर्शन के लिए आए थे। मंदिर गेट पर अचानक उनकी माता भीड़ में गिर पड़ीं और उनका वजन अधिक होने की वजह से वह उठ नहीं पाईं। ऐसे में उनकी मदद करने की जगह बेकाबू भीड़ उनके ऊपर से निकलती चली गई, जिससे उनकी मौत हो गई।
मृतका के बेटे ने बताया कि घटना के वक्त हम सभी लोग मंदिर के घंटे के पास खड़े थे. इसी समय पीछे से धक्का लगा और मां नीचे गिर गईं. भीड़ उन्हें कुचलती हुई निकल गई. जैसे-तैसे मां को भीड़ के बीच से निकाला. पुलिस वालों से मदद मांगी. हादसे के बाद कहीं पर भी मेडिकल सुविधा नहीं मिली. पुलिस वालों ने एंबुलेंस को बुलवाया. एंबुलेंस आने में देरी हो गई. मां को एंबुलेंस में लेकर हम लोग मौ कस्बे के सरकारी अस्पताल गए. वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.