एमपी चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ में बीजेपी को मिल सकता है झटका, कांग्रेस को मिलेगा फायदा
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सबसे ज्यादा नुकसान ज्योतिरादित्य सिंधिया के इलाके में हो रहा है। वहीं, मालवा-निमाड़ में कांग्रेस को सबसे ज्यादा फायदा मिलता दिख रहा है।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी अपनी रणनीति बदल रही है। सत्ता में वापसी के लिए बीजेपी ने अपने दिग्गज नेताओं को चुनाव मैदान में उतार दिया है। चुनाव के लेकर एक सर्वे रिपोर्ट सामने आई है जिसमें बीजेपी को बड़ा झटका लगते दिख रहा है। हालांकि बीजेपी नेताओं का कहना है कि सर्वे रिपोर्ट 20 सितंबर तक का है जबकि बीजेपी ने अपनी रणनीति में बदलाव 27 सितंबर के बाद किया है। बीजेपी को सबसे बड़ा झटका ग्वालियर-चंबल इलाके में लगता दिख रहा है। यह इलाका केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का है। ग्वालियर-चंबल इलाके से बीजेपी के दो नेता केन्द्र में मंत्री है। नरेन्द्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया। साल 2020 में हुए उपचुनाव में बीजेपी को फायदा मिला था लेकिन सर्वे रिपोर्ट में एमपी के ग्वालियर और मालवा इलाके में झटका लगता दिख रहा है।
ग्वालियर-चंबल अंचल में कितनी सीटें
बीजेपी को सबसे बड़ा झटका ग्वालियर-चंबल इलाके में लगता दिख रहा है। इलाके में विधानसभा की 34 सीटें हैं। इस सर्वे रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बीजेपी को महज 4 से 8 सीटों पर जीत का अनुमान है। वहीं, कांग्रेस के खाते में 26 से 30 सीटें जाती दिखाई दे रही हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में भी इस इलाके में कांग्रेस ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया था। ग्वालियर-चंबल अंचल पर बीजेपी ने अपना भी सर्वे कराया है। इस सर्वे रिपोर्ट ने बीजेपी की चिंता बढ़ा दी थी। जिसके बाद बीजेपी ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। बीजेपी ने इस बार नरेन्द्र सिंह तोमर को दिमनी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है।
मालवा में भी झटका
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मालवा-निमाड़ में भी झटका लगता दिख रहा है। मालवा-निमाड़ में 66 विधानसभा सीटें हैं। इस इलाके को बीजेपी का गढ़ माना जाता है लेकिन सर्वे रिपोर्ट में बीजेपी को बड़ा झटका लगता दिख रहा है। इस सर्वे रिपोर्ट में बीजेपी को महज 20 से 24 सीटें मिलती दिख रही हैं, जबकि यहां कांग्रेस बड़ी बढ़त हासिल करती दिख रही है। कांग्रेस के खाते में 41 से 45 सीटें जाती दिखाई दे रही हैं।
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