ज्योतिरादित्य सिंधिया को 18 साल की राजनीति में क्या-क्या दिया? कांग्रेस ने जारी की पूरी लिस्ट
मध्य प्रदेश के रास्ते देश की सियासत में आए भूचाल में जो सबसे बड़ा किरदार बनकर सामने आया है उसका नाम ज्योतिरादित्य सिंधिया है।
मध्य प्रदेश के रास्ते देश की सियासत में आए भूचाल में जो सबसे बड़ा किरदार बनकर सामने आया है उसका नाम ज्योतिरादित्य सिंधिया है। इस सियासी दांवपेंच में उन्होंने जिसको पटखनी दी है वो कमलनाथ हैं। कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के मंगलवार को पार्टी छोड़ने के फैसले की जमकर आलोचना की। सिंधिया पर जनता का भरोसा तोड़ने का आरोप लगाकर बरसते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि 'विचारधारा' की जगह पर ज्योतिरादित्य ने 'निजी महत्वाकांक्षा' को चुना।
आपको बतादें ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से अपना 18 साल पुराना राजनीतिक रिश्ता खत्म कर लिया है। मध्य प्रदेश के युवा नेता सिंधिया के इस फैसले से कांग्रेस न सिर्फ संकट में है, बल्कि वो आहत भी है। कांग्रेस का कहना है कि पार्टी में उन्हें सब कुछ दिया गया, बावजूद इसके सिंधिया ने पाला बदल लिया। होली के मौके पर मंगलवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस्तीफा दिया है, जिसके चलते मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिरने की कगार पर पहुंच गई है।
बुधवार सुबह मध्य प्रदेश कांग्रेस की तरफ से सिंधिया से जुड़ा एक ट्वीट किया गया. इस ट्वीट में बताया गया कि सिंधिया को राजनीतिक तौर पर कांग्रेस में क्या-क्या दिया गया.
कांग्रेस ने 18 साल में सिंधिया को क्या दिया?
17 साल सांसद बनाया
2 बार केंद्रीय मंत्री बनाया
मुख्य सचेतक बनाया
राष्ट्रीय महासचिव बनाया
यूपी का प्रभारी बनाया
कार्यसमिति सदस्य बनाया
चुनाव अभियान प्रमुख बनाया
50+ टिकट, 9 मंत्री दिये
यानी सिंधिया गुट की तरफ से जो आत्मसम्मान और पर्याप्त सम्मान न दिए जाने के जो आरोप लगाए जाते रहे हैं, उन पर कांग्रेस ने बाकायदा लिस्ट देकर जवाब दिया है. साथ ही कांग्रेस ने यह भी पूछा है कि इतना कुछ देने के बावजूद भी मोदी और शाह की शरण में सिंधिया क्यों चले गए.
सिंधिया जी की 18 साल की राजनीति में कांग्रेस ने :
— MP Congress (@INCMP) March 11, 2020
- 17 साल सांसद बनाया
- 2 बार केंद्रीय मंत्री बनाया
- मुख्य सचेतक बनाया
- राष्ट्रीय महासचिव बनाया
- यूपी का प्रभारी बनाया
- कार्यसमिति सदस्य बनाया
- चुनाव अभियान प्रमुख बनाया
- 50+ टिकट, 9 मंत्री दिये
फिर भी मोदी-शाह की शरण में ? pic.twitter.com/bABGfFuYc5
इस ट्वीट के साथ कांग्रेस ने जो फोटो शेयर किया है, वो बेहद दिलचस्प है. बाकायदा एक फोटो डिजाइन किया गया है, जिस पर ट्रस्ट ब्रेक होना दर्शाया गया है. यानी कांग्रेस ने सिंधिया को भरोसा तोड़ने वाला बताया है.