नई दिल्लीः भाकपा के वरिष्ठ नेता एबी बर्धन की शनिवार को दिल्ली के अस्पताल में देहांत हो गया। उनको गत वर्ष 7 दिसंबर को पक्षाघात की चपेट में आने के बाद उन्हें दिल्ली में जीबी पंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मरने से पहले दी श्रद्धांजलि
इससे पहले 9 दिसंबर को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट करके जीते जी श्रद्धांजलि दे दी थी। हालांकि बाद में उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया था। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डी. राजा ने शनिवार को बताया था कि 92 वर्षीय कॉमरेड बर्धन की हालत बिगड़ गई है। इससे पहले, शुक्रवार को उनका वेंटीलेटर हटा दिया गया था और वह सामान्य रूप से सांस ले रहे थे, लेकिन शनिवार को रक्तचाप का स्तर गिर गया। डॉक्टर ने बर्धन के स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।
Will always remember Shri AB Bardhan as a passionate Communist, fully committed to his ideology & principles. May his soul rest in peace.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 2, 2016
91 साल के एबी बर्धन को पक्षाघात के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे दिल्ली के भाकपा मुख्यालय में स्थित अपने आवास अजॉय भवन में अचेत अवस्था में मिले थे, जिसके बाद उन्हें जी.बी. पंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। सीपीआई के महासचिव रह चुके एबी बर्धन का जन्म 24 सितंबर, 1924 को बांग्लादेश के बरिसाल में हुआ। बाद में उनका परिवार नागपुर आ गया, जहां एबी बर्धन ने कई चुनाव लड़े। बाद में वे दिल्ली आ गए और राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय हो गए। इंद्रजीत गुप्ता के बाद एबी बर्धन सीपीआई के महासचिव भी बने।
गौरतलब है कि उनकी पत्नी का निधन पहले ही वर्ष 1986 में हो चुका है। वे नागपुर विवि में एक व्याख्याता थीं। बर्धन का एक पुत्र भी है और एक बेटी भी है. एबी बर्धन एक वामपंथी राजनेता रहे हैं। उन्होंने मजदूर संघ आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। बर्धन अखिल भारतीय मजदूर संघ कांग्रेस के महासचिव और इसके बाद अध्यक्ष भी बने। इसे भारत का सबसे प्राचीन मजदूर संघ भी माना जाता है।