यूपी में पुलिस में 48 घंटे में आत्महत्या चार आत्महत्या, तीन की मौत एक अस्पताल में
दो दिन में चार लोंगों की आत्महत्या से पुलिस विभाग में हडकम्प मच गया.
उत्तर प्रदेश पुलिस में कार्यरत पुलिस बल में क्यों इतनी मायूसी छा गई जो बीते अडतालीस घंटे में यकायक चार कर्मचारी आत्महत्या की रास्ता चुनकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने का प्रयास किया जिसमें तीन लोंगों की जान चली गई और एक अस्पताल एम् जिन्दगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है.
पहली घटना शुक्रवार को गाजियाबाद में हुई जब बागपत में तैनात सब इंस्पेक्टर मधुप सिंह ने अपने घर पर आकर सर्विस रिवाल्वर से गोली मरकर आत्महत्या कर ली. उनके परिवार में इस घटना से कोहराम मच गया. आखिर रोजगार युक्त आदमी ने आत्महत्या का रास्ता क्यों चुना ये सबसे बड़ा सवाल है.
दूसरी घटना उसी दिन जनपद बिजनौर में तैनात सिपाही अंकुर राणा ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली. उसने यह घटना ड्यूटी के दौरान की. इस घटना की खबर जब परिजनों को लगी तो उनके होश उड़ गए. अंकुर राणा की अभी कुछ महीने पहले ही शादी हुई थी. आखिर इस युवा को किस बात की समस्या थी. लेकिन ये घटना ये साबित जरुर कर रही है कि कहीं न कहीं कोई बड़ी समस्या विभाग में बन रही है.
इन दो घटनाओं से विभाग में हडकम्प मचा और यूपी पुलिस के महानिदेशक ओ पी सिंह ने कहा कि अब सभी अधिकारी समस्त प्रदेश के जिला की यूनिटों और थानों में मनोविज्ञान की कक्षाएं करायेंगे. इस बात पर अभी विचार होने के बात हो रही थी कि फिर से शनिवार को शाम तक तो घटनाएँ हो गई.
शनिवार को पहली घटना उन्नाव में घटी. जहाँ उन्नाव के गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के गंगापुल पर सिपाही ने गंगापुल से कूदकर की आत्महत्या की कोशिश की. गंगा किनारे मौजूद लोगों ने सीएचसी गंगाघाट में भर्ती कराया, गंभीर हालत में घायल सिपाही को जिला अस्पताल रेफर किया गया.सिपाही लखनऊ के बक्शी का तालाब का रहने वाला है.
जबकि दूसरी घटना प्रयागराज में घटी जहाँ फूलपुर कोतवाली में तैनात सिपाही अनिल कुमार त्रिपाठी (35) पुत्र सुरेश चंद्र त्रिपाठी निवासी भदौहा, थाना खखरेरू जनपद फतेहपुर का रहने वाला था. शनिवार की रात में उसने कोतवाली के बैरक में केबल के सहारे हुक पर फांसी लगा ली, घटना का पता तब चला जब एक अन्य सिपाही अपना हेलमेट लेने बैरक में पहुंचा. उसने शोर मचाया तो कोतवाली में खलबली मच गई. आनन-फानन में कोतवाली प्रभारी शमशेर सिंह अनिल को सीएचसी फूलपुर ले गए, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.